“साहब, 02 माह से मिला नहीं वेतन, जहर खाने के भी पैसे नहीं”….
बागेश्वर – कपकोट में संविदा चिकित्सकों को दो माह का वेतन नहीं मिला, तो उन्होंने प्रभारी चिकित्साधिकारी को पत्र लिखकर वेतन की मांग की। साथ ही सोशल मीडिया में भी पत्र वायरल कर दिया। जिससे पत्र की भाषा चर्चा का विषय बना हुआ है। जिसमें लिखा है कि पैदल आने से 05 किलो वजन घट गया है और वेतन नहीं मिलने से जहर खाने को पैसे नहीं हैं।
कपकोट में प्रदेश सरकार ने बांड चिकित्सकों की तैनाती की गई है। जिन्हें दो माह से वेतन नहीं मिला है। जिस पर दो चिकित्सकों ने एक पत्र कपकोट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी को लिखा है। जिसमें कहा है कि उन्हें दो माह का वेतन न मिलने के कारण वे आर्थिक रूप से परेशान हैं तथा उन्हें चिकित्सालय तक पैदल ही आना जाना पड़ रहा है, जिससे उनका वजन 05 किग्रा तक कम हो गया है। साथ ही कहा है कि उन्हे इतनी आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है कि उनके पास जहर खाने के लिए भी पैसा नहीं है। कहा है कि आपदा काल में उनको काफी कठिनाई से जीवन यापन करना पड़ रहा है।
बांड धारी चिकित्सक ने चेतावनी दी है कि यदि उन्हें शीघ्र वेतन का भुगतान नहीं किया, तो वे कार्य करने में असमर्थ रहेंगे। पत्र में प्रभारी चिकित्साधिकारी ने सीएमओ को अग्रसारित करते हुए हस्ताक्षरित किया है। यह पत्र सोशल मीडिया में वायरल हुआ है, जिस पर तरह तरह की चर्चा हो रही है। इधर इस मामले पर प्रभारी चिकित्साधिकारी कपकोट डॉ. जितेंद्र कुमार ने बताया कि शासन से भुगतान नहीं होने के कारण 07 संविदा चिकित्सकों को वेतन नहीं मिला है, इसी कारण इनका वेतन नहीं मिल सका है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में सीएमओ को अवगत कराया गया है।