बिलासपुर

सोलर स्मार्ट स्टिक देगी वनकर्मियों को सिक्योरिटी…..टार्च, हेड टार्च, प्लास्टिक डंडे भी बांटे गए


(भूपेंद्र सिंह राठौर) : बिलासपुर। वनकर्मी अब जंगल में सोलर स्मार्ट स्टिक के साथ नजर आएंगे। यह एक तरह का प्लास्टिक डंडा है। इसकी खासियत यह है कि ड्यूटी के दौरान यदि कोई हिंसक वन्य प्राणी हमला करने की कोशिश करता है तो इस डंडे के सहारे वनकर्मी खुद की हिफाजत कर सकता है। वनकर्मी डंडे से जैसे वन्य प्राणी के शरीर को टच करेगा, उन्हें झटका महसूस होगा। इससे वन्य प्राणी जंगल में भाग जाएंगे। वनकर्मियों को स्मार्ट स्टिक के अलावा सामान्य प्लास्टिक के डंडे, टार्च व हेड टार्च भी बांटे गए हैं।


फारेस्ट गार्ड, फारेस्टर, डिप्टी रेंजर व रेंजर वन विभाग के मैदानी अमले कहलाते हैं। इन पर जंगल की सुरक्षा की जिम्मेदारी होती है। ड्यूटी या विशेष सर्चिंग के दौरान उन्हें आवश्यक उपकरणों की जरूरत भी पड़ती है। वनकर्मी इन उपकरणों के अभाव से जूझ रहे थे। कई बार उपयोगी चीजों की डिमांड वन अफसरों के समक्ष रखी गई है। इसी का प्रभाव है कि वनकर्मियों जरूरी उपकरण बांटे गए हैं। इनमें टार्च व हेड टार्च भी शामिल हैं। सामान्य प्लास्टिक के डंडे और पहली बार सोलर स्मार्ट स्टिक भी दिए गए हैं। यह स्टिक तब उपयोगी साबित होगी, जब जंगल के अंदर ड्यूटी के दौरान कोई हिंसक वन्य प्राणी वनकर्मियों पर हमला का प्रयास करने नजदीक आएगा। डंडे से वन्य प्राणी को टच करते ही वन्य प्राणी का झटका लगेगा। इससे वह वनकर्मियों से दूर चले जाएंगे। यह उपयोगी साबित होगा। काफी हद तक वनकर्मियों को राहत मिलेगी। वन्य प्राणी के हमले से वनकर्मियों की जान भी जा चुकी है। यही कारण है कि उन्हें खुद की हिफाजत करने के लिए सुरक्षा के इस उपकरण को उपलब्ध कराया गया है। हालांकि अभी यह व्यवस्था प्रायोगिक तौर पर है और प्रत्येक रेंज को दो या तीन स्टिक ही दिए गए हैं। आने वाले दिनों में यह स्मार्ट स्टिक सभी वनकर्मियों की हाथों पर नजर आएंगी।


कीड़े- मकोड़े से पैरों को बचाएगा हंटर शूज
इन उपयोगी उपकरणों के अलावा एक और महत्वपूर्ण सामान भी उपलब्ध कराया गया। उन्हें हंटर शूज दिया गया है, जो इतना मजबूत व सुरक्षित है कि वनकर्मी आसानी से इसे पहनकर जंगल की सर्चिंग कर सकते हैं। इस दौरान पैरों को जहरीके कीड़े-मकोड़े काटने की घटना भी नहीं होगी। वर्तमान में सर्किल प्रभारी, डिप्टी रेंजर व रेंजर को यह उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं। कर्मचारी कल्याण निधि से वनरक्षकों के लिए इन सामानों की खरीदी करने की योजना बनाई गई है।


टार्च की रोशनी दो से ढाई किमी तक जाएगी
वनकर्मियों को टार्च भी बांटे गए हैं। यह लोकल टार्च नहीं है बल्कि बेहद उपयोगी है। बताया गया है कि इसकी रोशन से दो से ढाई किमी तक देखा जा सकता है। यह पहली बार है जब वनकर्मी हेड टार्च लगाए नजर आएंगे। वर्तमान में यह टार्च बड़ी-बड़ी खदानों में कर्मचारियों को दिए जाते हैं। ये सारे उपकरण वनकर्मियों की निगरानी करने में मदद करेंगे। इसके अलावा वह खुद सुरक्षित भी रहेंगे। इससे जंगल की सुरक्षा व्यवस्था में कसावट भी आएगी।


हल्का करंट के साथ बजता है सायरन
स्मार्ट स्टिक की कुछ और भी विशेषताएं हैं। इसमें हल्का करंट के साथ साइरन की सुविधा भी है। यदि गश्त के दौरान वन्य प्राणी नजदीक आता है तो साइरन की मदद से दूर रखा जा सकता है। इसमें तीन बटन है। एक से पावर आन होता है तो दूसरे को दबाने से लाइट भी जलती है। जिसकी रोशनी में वनकर्मी आसानी जंगल से बाहर निकल सकता है। इसमें मोबाइल या अन्य उपकरण को चार्ज करने की सुविधा भी दी गई है।

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