होली पर याद आएगा सोना दादा….
(दिलीप जगवानी) : गाने का अलग अंदाज उसी तरह डांसिंग सांग्स के लिए बप्पी लहरी को बॉलीवुड में पहचान मिली। उन्होंने हिंदी और अपनी मातृ भाषा बांग्ला के अलावा कई अन्य भाषओं में बनी फिल्मों के लिए सौ से ज्यादा गीत कंपोज किये। इसमे बहुत से गीतों को आवाज भी दी। 4 दशक तक बप्पी दा इंडस्ट्री में सक्रिय रहे। इस दौरान वे रियलिटी शो और चैनलों पर इंटरव्यू देते दिखे। आवाज ही नही उनकी पर्सनैलिटी भी फ़िल्म इंडस्ट्रीज में जुदा थी। दादा को सोना बेहद पसन्द था । गोल्ड ज्वेलरी से लकदक रहते थे। इसलिए चाहने वाले उन्हें सोना दादा पुकारते थे। फ़िल्म जख्मी में होली पर फिल्माया उनका कम्पोज किया दिल मे होली जल रही है गाना जब इस होली पर बजाया जाएगा तो दादा की कमी सभी को खलेगी।
चलते चलते फ़िल्म के सभी गाने हिट साबित हुए, शहर के म्यूजिशियन और सिंगर हरीश हत्ती कहते हैं जीने का जुदा अंदाज और गाने को अपने खास कंपोजिशन से दिलकश बनाने वाले बप्पी लहरी हमेशा याद रहेंगे। उनका निधन कलाकारों को दुखी कर गया।
बप्पी लहरी किशोर कुमार को अपने लिए बेहद लक्की मानते थे। उनके जाने के बाद वे नर्वस हुए थे। बाद में बॉलीवुड के दूसरे सिंगर्स का साथ पाकर फिर सक्रिय हुए। बप्पी दा को फैन्स डिस्को का जनक मानते है, हो भी क्यों न 80 और 90 के दशक में उनके कम्पोज किये गाने और आवाज का जादू युवाओं के सिर चढ़कर बोल रहा था। यार बिना चैन कहाँ रे .. बम्बई से आया मेरा दोस्त ..चलते चलते मेरे ये गीत .. किसी नजर को तेरा इंतज़ार .. आईएम ए डिस्को डांसर.. याद आ रहा है तेरा प्यार ..
नए दौर के साथ चलते हुए बप्पी लहरी ने उलाला और तूने मरी एंट्री यार देकर साबित कर दिखाया की जज्बा बाकी है।
बप्पी लहरी का निधन बॉलीवुड को महान गायिका लाता मंगेशकर के बाद दूसरा बड़ा झटका दे गया। वे याद रखे जाएंगे गीतों में आपकी खातिर..
डिस्को डांसर.. साहेब.. नमक हलाल..आंखे..
थानेदार.. डर्टी पिक्चर..
इंदु सरकार..गुंडे..
और भी बहुत सी फिल्में है।