छग के बाद मध्यप्रदेश भाजपा में बदलाव की अटकलें तेज
(शशि कोन्हेर) : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का दिल्ली में आला नेताओं के साथ बैठक है। इस दौरे को लेकर सियासी गलियारों में हलचल शुरू हो गई है और साथ ही इसके कई मायने में भी निकाले जा रहें हैं। पहले राष्ट्रीय अधक्षय जे पी नड्डा का दौरा, फिर गृह मंत्री अमित शाह का दौरा, उसके बाद सीएम शिवराज का संसदीय बोर्ड से बाहर होना।
और अब बोर्ड से हट जाने के बाद शिवराज का राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा दिल्ली जाकर मुलाकात करना। इन सबको देख कर ऐसा माना जा रहा है कि आगामी 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में कई बड़े बदलाव हो सकतें हैं। यहां बताना जरूरी होगा कि पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष दोनों ही बदले गए हैं।
दरअसल, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मध्य प्रदेश दौरे के बाद से सत्ता और भाजपा संगठन में बदलाव की अटकले अब रफ्तार पकडऩे लगी है। 2023 विधानसभा चुनाव से पहले संगठन बड़ा बदलाव कर सकती है। ऐसे इसलिए भी माना जा रहा है क्योंकि नगरीय निकाय चुनाव के नतीजे ने भाजपा के लिए संतोषजनक नहीं रहें। जहां पिछले चुनाव में 16 की 16 में भाजपा का कब्जा था , लेकिन इस चुनाव में भाजपा को 7 सीटों पर हार का स्वाद चखना पड़ा।
ऐसा भी माना जा रहा है कि यहां कुछ निगम-मंडलों में नियुक्तियां भी हो सकती हैं। साथ ही संगठन स्तर पर भी नियुक्तियां होंगी। जिसे लेकर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने हाल ही में संकेत दिए थे। उन्होंने कहा था कि स्थानीय निकाय चुनाव की समीक्षा की गई है। और अब परफार्मेस के आधार पर नियुक्तियां की जाएंगी।
लेकिन इन सब अटकलों के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संकेत दिए थे कि मैं फिर कह रहा हूं कि मध्य प्रदेश मेरा मंदिर है। और उसमें रहने वाली जनता मेरी भगवान है और मैं पुजारी। कोई चिंता मत करना, मामा अभी है। और हम सभी मिल-जुलकर हम साथ बढ़ेंगे। तो ऐसे में ये भी लगता है कि वे खुद प्रदेश छोड़कर कहीं नहीं जाना चाहते।