मल्हार के चिल्हाटी में शहीद वीरनारायण सिंह की प्रतिमा का किया गया अनावरण
(इरशाद अली संपादक) : बिलासपुर। मल्हार क्षेत्र अंतर्गत चिल्हाटी में शहीद वीर नारायण सिंह का शहादत दिवस मनाया गया।गरीबों के मसीहा और छत्तीसगढ़ के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी को हर साल आदिवासी समाज पूरी श्रद्धा के साथ याद करता है।इस मौके पर उनकी प्रतिमा का अनावरण भी किया गया।
1795 में सोनाखान के जमींदार के घर पैदा हुए वीर नारायण सिंह ने छत्तीसगढ़ में 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में विद्रोह किया था। जिसके कारण उन्हें अंग्रेजों ने 10 दिसंबर को शहीद कर दिया। गरीबों के प्रति उनकी चिंता और देश को आजाद करने की ललक बचपन से कूट-कूट कर भरी हुई थी। यही कारण है कि रसूखदार साहूकारों से दुश्मनी मोल लेकर वे गरीबों का पेट भरने लड़ाई लड़ते रहे।साहूकारों की यही नाराजगी अंग्रेजों तक पहुंची और मौका खोज कर उन्हें रायपुर के जयस्तम चौक में फांसी देकर तोप से उड़ा दिया गया। आदिवासी समाज उनके योगदान को देखते हुए हर साल उन्हें याद करता है।
पुण्यतिथि के अवसर पर दिसंबर माह में जगह-जगह कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इसी कड़ी में मल्हार क्षेत्र के चिल्हाटी में भी आदिवासी समुदाय ने उनकी एक प्रतिमा स्थापित कर शहीद वीरनारायण सिंह को याद किया। इस मौके पर गांव में विभिन्न सांस्कृतिक आयोजन भी किए गए। जिसमें कर्मा,सुवा,डंडा नृत्य दलों के द्वारा प्रस्तुती दी गई।पूजा पाठ के साथ-साथ शहीद के जीवन चरित्र की भी जानकारी स्थानीय लोगों को दी गई।आदिवासी समाज,सर्वआदिवासी समाज,आदिवासी शासकीय सेवक संघ के सौजन्य से उनकी याद में यहां प्रतिमा स्थापित की गई जिसका अनावरण आर आर राजभानु सहित समाज प्रमुखों द्वारा किया गया।इस दौरान कार्यक्रम में बिलासपुर, बलौदाबाजार,जांजगीर, सक्ती ,कोरबा,रायपुर,सारंगढ़ जिले का सर्व आदिवासी समाज उपस्थित रहा।