अभी भी सेंदरी-कछार और लोफंदी में पुलिस और खनिज की मिली भगत से अरपा में रेत की अंधाधुंध अवैध खुदाई और परिवहन.. अफसरों को नहीं दिखता भारी-भरकम पोकलेन..रोज लाख़ों का वारा-न्यारा
(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर। सेंदरी कछार और लोफंदी में पुलिस और खनिज विभाग की सांठगांठ से अरपा नदी में रेत की अंधाधुंध अवैध खुदाई और परिवहन का काम धड़ल्ले से चल रहा है। सेंदरी कछार के बीच इस काम में रेत चोरों के द्वारा धड़ल्ले से पोकलेन का उपयोग भी किया जा रहा है। लेकिन खनिज विभाग के अफसरों और पुलिस को भारी भरकम पोकलेन भी दिखाई नहीं दे रहा। रेत के इस गोरखधंधे के सरगना का अड्डा सेंदरी गांव में हैं।
वहां उसकी दुकान मैं हर दिन सुबह दोपहर शाम खनिज और पुलिस विभाग के कारिंदे पहुंचकर अपने हिस्से की चंडी नगद ले जाते हैं। यहां दोपहर बाद कभी भी पुलिस और खनिज विभाग के कारण कारिंदों को रेत सरगना के गले में बाहें डाल कर हंसते मुस्कुराते देखा जा सकता है। अंदर खाने की खबर है कि यहां रेत सरगना के द्वारा प्रतिदिन अवैध रेत की खुदाई और परिवहन से कम से कम 2 से 3 लाख की कमाई की जा रही है। इसलिए ऐसी दुधारू गाय को ना तो कोनी पुलिस तंग करना चाहती है और ना ही खनिज विभाग के अफसर।