नगर निगम आयुक्त से छात्रों ने पूछा IAS कैसे बनते है – वार्ड पार्षद केशरवानी ने लिंगियाडीह स्कूल सहित वार्ड के विकास के लिए माँगा सहयोग
(शशि कोन्हेर) : लिंगियाडीह: स्वामी आत्मानंद
उत्कृष्ट विद्यालय लिगियाडीह में आज दिनांक को नि:शुल्क सरस्वती साइकिल योजना के तहत साइकिल का वितरण किया गया ।नि:शुल्क साइकिल का वितरण माननीय मुख्य अतिथि महोदय नगर निगम आयुक्त श्री कुणाल दुदावत एवं अध्यक्षता जिला कांग्रेस के अध्यक्ष व वार्ड पार्षद मेयर इन काउन्सिल सदस्य विजय केशरवानी के द्वारा कक्षा नवीं की बालिकाओं को 34 नि:शुल्क साइकिल का वितरण किया गया ।
कार्यक्रम का संचालन रंजना तिवारी एवं अनुपमा शर्मा द्वारा किया गया ।अतिथियों का स्वागत शाला के प्राचार्य डॉ एमके मिश्रा के द्वारा किया गया एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री विजय केसरवानी द्वारा किया गया वे शाला के विकास एवं अपने क्षेत्र के विकास के प्रति हमेशा सजग रहते हैं एवं स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय लिंगिंयाडीह में उपलब्ध असुविधाओं को दूर करने हेतु नगर निगम आयुक्त से अनुरोध किया, एवं आयुक्त सर द्वारा समस्त मांगो की पूर्ति हेतु आश्वासन दिया गया ।
लिगिंयाडीह के पार्षद एवं कांग्रेस जिला कमेटी के अध्यक्ष श्री विजय केशरवानी ने स्वामी आत्मानंद लिंगियाडीह में प्रयोगशाला हेतु दो अतिरिक्त कक्ष , मंच एवं प्रार्थना हेतु शैड तैयार कराने, बाइक और साईकिल स्टैंड का निर्माण कराने, पूरी तरह ढकी हुई नालियों का निर्माण कराने ,स्कूल की मुख्य रोड से स्कूल गेट तक विद्युतीकरण कराने एवं स्मार्ट सिटी के तहत हो रहे निर्माण के लिए पुर्णत: सीसीटीवी एवं परिसर में साउंड कंट्रोल सिस्टम लगवाने की मांग की। इन समस्त मांगों की पूर्ति का आयुक्त महोदय द्वारा पूर्ण आश्वासन दिया गया।
शाला के विद्यार्थियों ने आयुक्त महोदय से प्रश्न किया कि आईएएस कैसे बनते हैं तो उनका कथन था कि “बच्चों पहले डॉक्टर बन जाओ इंजीनियर बन जाओ फिर आप आईएएस बन जाओगे” नगर निगम आयुक्त श्री दुदावत सर बच्चों से मिलकर एवं बच्चों को मोटिवेशनल भाषण द्वारा बच्चों को प्रेरित किया कि आप भी आईएएस बन सकते हैं अगर आप कठिन प्रयास करें मेहनत करें ,अच्छे से पढ़ाई करें ,कार्यक्रम के दौरान बारिश हो रही थी लेकिन बारिश होने के बाद बच्चों से मिलकर एवं साइकिल वितरण करके ही आयुक्त महोदय प्रस्थान किए। कार्यक्रम, संस्था प्रमुख डॉ एम.के .मिश्रा के मार्गदर्शन में एवं समस्त शिक्षक शिक्षिकाओं के सहयोग द्बारा सफल रहा।