ऐसा किला जो खतरनाक ट्रैक से होकर गुजरता हैं, पर मंजिल पर पहुँचकर दिखता हैं खूबसूरत नजारा…..आप भी देखे ये VIDEO
महाराष्ट्र के लगभग हर जिले में खूबसूरत पहाड़ी और किलें मौजूद हैं. इन किलों का एक अपना समृद्ध इतिहास है. साथ ही, ये किले समय के साथ पर्यटकों के लिए एक विशेष आकर्षण का केंद्र बन गए हैं. इन किलों में से एक है- हरिहर किला. हमें वहां की फोटो वीडियो बिलासपुर के प्रकाश देबनाथ द्वारा उपलब्ध करवाई गई है, जो फोटोग्राफर व ट्रेवलर हैं।
हरिहर किला या हर्षगढ़ एक ऐसा किला है, जो सह्याद्री की हरी-भरी पहाड़ियों के ऊपर स्थित है, जिसे पश्चिमी घाट भी कहा जाता है। यह किला महाराष्ट्र के नासिक जिले में इगतपुरी से 48 किमी दूर स्थित है। इस महत्वपूर्ण किले का निर्माण महाराष्ट्र को गुजरात से जोड़ने वाले गोंडा घाट के माध्यम से व्यापार मार्ग को देखने के लिए किया गया था। आज यह किला ट्रेकर्स का केंद्र बन गया है। इस किले की स्थापना सेउना या यादव राजवंश (9 वीं और 14 वीं शताब्दी के बीच) में हुई थी। उस समय यह किला गोंडा घाट से गुजरने वाले व्यापार मार्ग की सुरक्षा के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण था। इसकी स्थापना के बाद से ही, हरिहर किले पर हमला किया गया और विभिन्न आक्रमणकारियों द्वारा कब्जा कर लिया गया जब तक कि ब्रिटिश सेना ने कब्जा नहीं कर लिया।
यह किला पहाड़ के नीचे से चौकोर दिखाई देता है, मगर इसकी बनावट प्रिज्म जैसी है। इसकी दोनों तरफ से संरचना 90 डिग्री की सीध में है और किले की तीसरी साइड 75 डिग्री है। वहीं, यह किला पहाड़ पर 170 मीटर की ऊंचाई पर बना है। यहां जाने के लिए एक मीटर चौड़ी लगभग 117 सीढ़ियां बनी हैं। साथ ही, इस किले की लगभग 50 सीढियां चढ़ने के बाद मुख्य द्वार, महादरवाजा आता है, जो आज भी बहुत अच्छी स्थिति में है। (फ़ोटो वीडियो साभार – प्रकाश देबनाथ बिलासपुर)