कश्मीर में पागल जानवरों जैसा होगा, आतंकियों का हश्र.. डीजीपी ने दी चेतावनी
(शशि कोन्हेर) : पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने मंगलवार को आतंकियों को पागल जानवर जैसे हश्र की चेतावनी देते हुए कहा कि बाहरी श्रमिकों और अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को निशाना बनाना हैवानयित और बर्बरता की निशानी है। यह ठीक वैसा ही जैसे कोई जानवर पागल हो गया हो जो पागल जानवर का हश्र क्या होता है,सभी जानते है। जो भी यह कृत्य कर रहे हैं, उनका हश्र भी पागल जानवर जैसा ही होगा।
आज यहां हुमहामा स्थित सीआरपीएफ सेंटर में बलिदानी हैड कांस्टेबल विशाल कुमार को अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में पुलिस महानिदेशक ने कहा कि आम जनता की सुरक्षा में तैनात जवानों पर हमला, बहुत ही घटिया हरकत है। इस तरह की हरकतें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। हैड कांस्टेबल विशाल कुमार गत सोमवार को मैसूमा में अपने साथियों संग ड्यूटी दे रहे थे कि अचानक आतंकियों ने हमला कर दिया था। हमले में विशाल कुमार वीरगति को प्राप्त हुए थे। इसके अलावा पुलवामा में आतंकियों ने बिहार के दो श्रमिकों केा गोली मार जख्मी करने के अलावा चोटीगाम शोपयािं में एक कश्मीरी हिंदु दवा विक्रेता पर भी हमला किया था। दवा विक्रेता सेना के अस्पताल में उपचाराधीन है।
पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि बीते सोमवार को आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर हमला करने के अलावा दो और हरकतें की हैं। बाहर से रोजी रोटी कमाने आए दो लोगों को गोली मारने के अलावा उन्होंने अल्पसंख्यक समुदाय के एक व्यक्ति को भी निशाना बनाया है। यह हैवानियत की निशानी है, किसी जानवर के पागलपन की निशानी है। पागल जानवर का हश्र क्या होता है, इसलिए जिन्होंने यह किया है, उनका हश्र भी पागल जानवरों जैसा ही होगा। बाहर से जो लोग यहां आते हैं, वह यहां की खुशहाली और तरक्की में मदद करते हैं।