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नारायण मूर्ति को बस कंडक्टर समझ बैठीं थी सुधा मूर्ति ,सुनाया मजेदार किस्सा

(शशि कोन्हेर) : द कपिल शर्मा शो’ में इन्फोसिस के शुरुआती निवेशकों में से एक व लेखक सुधा मूर्ति ने कई मजेदार किस्से शेयर किए। उन्होंने बताया कि जब पहली बार उन्होंने अपने पति और इन्फोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति के बारे में सुना था तब उन्हें लगा था कि वह किसी इंटरनेशनल बस के कंडक्टर हैं। उन्होंने ये भी बताया कि नारायण मूर्ति से पहली बार उनकी मुलाकात कब और कैसे हुई थी। आइए जानते हैं।

ऐसे हुई थी नारायण और सुधा की मुलाकात
सुधा मूर्ति ने कहा, “मेरा एक मित्र थे, उनका नाम था प्रसन्ना। हम दोनों साथ में काम करते थे। बस में साथ में ही ऑफिस जाया करते थे। वे हर दिन नई किताबें लेते थे। कभी नारायण मूर्ति इस्तांबुल तो कभी नारायण मूर्ति पेशावर। मुझे लगा कि ये नारायण मूर्ति इंटरनेशनल बस कंडक्टर है क्या? मैंने पूछा ये नारायण मूर्ति कौन हैं।

उन्होंने कहा कि नारायण मूर्ति मेरे दोस्त हैं। पहले वे पेरिस में रहते थे फिर हिचहाइकिंग करके इंडिया आ गए और अब आपसे एक बार आपसे मिलना चाहते हैं। मुझे लगा नारायण मूर्ति हैंडसम, डैशिंग होंगे लेकिन, जब उन्होंने दरवाजा खोला तो मैंने कहा कौन है ये आदमी, छोटा बच्चा?’ ये सुनकर सब जोर से हंसने लगे।

कौन हैं नारायण मूर्ति और सुधा मूर्ति?
एनआरआई नारायण मूर्ति इंफोसिस के सह-संस्थापक हैं। वहीं उनकी पत्नी सुधा मूर्ति एक बेस्टसेलिंग राइटर हैं, जिन्हें हाल ही में सामाजिक कार्यों में उनके योगदान के लिए पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। बता दें, सुधा मूर्ति के साथ बॉलीवुड एक्ट्रेस रवीना टंडन और ऑस्कर में ‘द एलिफेंट व्हिस्परर्स’ के लिए बेस्ट डॉक्यूमेंट्री का एकेडमी अवॉर्ड (ऑस्कर) जितने वाली गुनीत मोंगा भी आई थीं।

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