राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट के समर्थकों में खिंची तलवारें
(शशि कोन्हेर) : राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट खेमों के बीच खींचतान जारी है। पायलट समर्थक विधायक वेदप्रकाश सोलंकी ने शुक्रवार को मीडिया से कहा कि प्रदेश के युवाओं की आवाज पायलट है। अगर पायलट को मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो 2023 में कांग्रेस की सरकार फिर बन सकती है। अगर पायलट को सीएम नहीं बनाया गया तो चुनाव परिणाम सकारात्मक नहीं रहेंगे।
सोलंकी ने एक दिन पहले खुद को कांग्रेस का नहीं, पायलट का आदमी बताया था। उनके इस बयान पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने नाराजगी जताते हुए कहा था कि पार्टी के टिकट पर जीतकर आने वालों को ऐसे बयान नहीं देने चाहिए। सोलंकी ने डोटासरा के बयान का जवाब देते हुए कहा कि अगर सच बोलना बगावत है तो मैं बागी हूं।
एक-दूसरे को चिरकूट और जयचंद बताया
उधर छात्र संगठन चुनाव में कांग्रेस के अग्रिम संगठन भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के प्रत्याशियों की सभी 15 विश्वविद्यालयों में हुई हार को लेकर अशोक गहलोत और सचिन पायलट समर्थकों ने एक-दूसरे पर निशाना साधा है।
सीएम के सलाहकार और विधायक संयम लोढ़ा व एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक चौधरी ने इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट कर पायलट समर्थकों के लिए चिरकूट एवं जयचंद जैसे शब्दों का उपयोग किया है। चौधरी ने एनएसयूआई की हार के लिए पायलट समर्थक नेताओं पर निशाना साधते हुए जयचंद और विभीषण बताया है।
राजस्थान विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में निर्दलीय अध्यक्ष निर्वाचित हुए निर्मल चौधरी ने खुद को पायलट समर्थक बताया है। पायलट समर्थक विधायक मुकेश भाकर सहित अन्य नेता निर्मल के पक्ष में चुनाव अभियान चला रहे थे। इस कारण चौधरी ने कहा कि भितरघात को कोई समाधान नहीं है। अब इन जयचंदों को युवा जो कांग्रेस की विचारधारा से अपने आप को आलंगित करता है, माफ नहीं करेगा।
वहीं लोढ़ा ने कहा कि चिरकूट मंडली तो जयचंदों पर मरी जा रही है। लोढ़ा ने चिरकूट मंडली पायलट समर्थक विधायकों और नेताओं के लिए लिखा है। उधर, पायलट समर्थक युवा नेता अभिमन्यु पुनिया ने लोढ़ा पर निशाना साधते हुए कहा,जिन्होंने एनएसयूआई और कांग्रेस को अपने जीवन में हमेशा कराने व कमजोर करने का काम किया हो वह आज पार्टी को मजबूत करने का ज्ञान दे रहे हैं।
पायलट समर्थक एक अन्य नेता अनिल चौपड़ा ने लोढ़ा पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, हमारी लड़ाई तो तूफानों से है, ये लहरें बेवजह ही शोर मचा रही है। यहां तूफान शब्द सीएम के लिए और लहरें सीएम समर्थक संयम लोढ़ा के लिए कहा गया है।