आतंकी साजिश विफल, सुरक्षाबलों ने सक्रिय मॉड्यूल के तीन सदस्यों ने दबोचा..
जम्मू। पुलिस महानिदेशक आरआर स्वैन ने कहा कि जम्मू कश्मीर में जारी लोकसभा चुनाव के मददेनजर राजौरी में सक्रिय आतंकी मॉडयूल के तीन सदस्यों की गिरफ्तारी पुलिस व सुरक्षाबलों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। इससे राजौरी पुंछ जिलों में चुनाव प्रक्रिया में खलल डालने की एक बड़ी आतंकी साजिश भी विफल हुई है।
आतंकी की पत्नी गिरफ्तार
गिरफ्तार सदस्यों में एक महिला भी शामिल है जो जेल में बंद आतंकी तालिब शाह की पत्नी है। यह मॉडयूल पाकिस्तान में छिपे लश्कर ए तैयबा के कमांडर मोहम्मद कासिम उर्फ सलमान उर्फ सुलेमान के लिए काम करता है। दस लाख का इनामी मोहम्मद कासिम जिला रियासी अंगराला माहौर का रहने वाला है।
पुलिस महानिदेशक आरआर स्वैन ने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि ड्रोन के माध्यम से पाकिस्तान से हथियार,नशीले पदार्थ और पैसा मंगवाने और प्रदेश में आतंकी हिंसा में उसके इस्तेमाल के मामले की जांच में जुटे काउंटर इंटेलीजेंस विंग जम्मू ने पुलिस के साथ मिलकर जिला राजौरी में सक्रिय एक आतंकी माडयूल के सात सदस्यों को चिह्नित किया है। दस्तावेज व कुछ डायरियां बरामद
इनके खिलाफ सभी आवश्यक सुबूत एकत्र करने के बाद पुलिस ने जिला राजौरी के विभिन्न हिस्सों में स्थित इनके ठिकानों पर रविवार को दबिश देना शुरू की और मंगलवार सुबह तक 10 जगहों पर तलाशी ली गई। चिह्नित तत्वों के ठिकानों की तलाशी के दौरान कुछ मोबाइल फोन व सिमकार्ड और वित्तीय लेन देन के दस्तावेज व कुछ डायरियां बरामद हुई हैं।
इस मॉडयूल के सात में से तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें एक महिला है जो तीन जलाई 2022 को रियासी में एक अन्य आतंकी संग पकड़े गए लश्कर आतंकी तालिब शाह की पत्नी है। तालिब शाह की पत्नी के अलावा इम्तियाज अहमद और आबिद शाह को गिरफ्तार किया गया है। आबिद शाह रिश्ते में तालिब की बीबी का भाई है।
पुलिस महानिदेशक ने बताया कि इन लोगों से पूछताछ और इनके ठिकानों से बरामद सुबूतों के आधार पर पता चला है कि सीमा पार से लाखों के हिसाब से पैसा आया है और इन्होंने यह पैसा छोटी छोटी रकम में कई लोगों में बांटा हैं। जिन लोगों को यह पैसा दिया गया है, उनके बारे में भी जांच की जा रही है। बम धमाके का सूत्रधार भी मोहम्मद कासिम ही है
उन्होंने बताया कि यह मॉडयूल केंद्रीय गृहमंत्रालय द्वारा यूएपीए के तहत उद्घोषित आतंकी मोहम्मद कासिम के लिए काम करता है। मोहम्मद कासिम वर्ष 2009 में पाकिस्तान भाग गया था। वह ज्यादातर समय सियालकोट में ही रहता है और महीने में दो से तीन बार गुलाम जम्मू कश्मीर में लश्कर के शिविरों में आता जाता रहता है। वह जिला राजौरी, पुंछ और रियासी व रामबन में बीते पांच वर्ष से आतंकी नेटवर्क को फिर से तैयार करने में जुटा हुआ है। उसने ही कटड़ा में श्रद्धालुओं की एक बस में बम धमाका कराया था। जम्मू के नरवाल में बीते वर्ष हुए बम धमाके का सूत्रधार भी मोहम्मद कासिम ही है।
पुलिस महानिदेशक आरआर स्वैन ने बताया कि मोहम्मद कासिम इंटरनेट मीडिया और अन्य माध्यमों से रियासी, माहौर व राजौरी में अपने जानने वालों से संपर्क कर उन्हें पैसे का लालच देकर आतंकी गतिविधियों के लिए उकसाता है। वह ड्रोन के जरिए राजौरी-पुंछ के अगिम इलाकों में हथियार व अन्य साजो सामान पहुंचाता है। उसने जिन लोगों के साथ संपर्क किया है, उनमें से कइयों ने खुद को पुलिस को सूचित किया है। पुलिस महानिदेशक ने जनता से की अपील
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि मेरी अभिभावकों से अपील है कि वह अपने बच्चों की निगरानी रखें और किसी भी तरह से राष्ट्रविरोधी तत्वों के साथ संपर्क से बचें। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर पुलिस उन सभी लोगों की लगातार निगरानी कर रही है जो किसी न किसी तरीके से सीमा पार बैठे आतंकी व अलगाववादी हैंडलरों के साथ संपर्क में हैं। जम्मू कश्मीर में इस समय चुनाव प्रक्रिया जारी
उन्होंने बताया कि जम्मू कश्मीर में इस समय चुनाव प्रक्रिया जारी है। इसे नुकसान पहुंचाने के लिए, लोगों में डर का माहौल पैदा करने के लिए राष्ट्रविरोधी तत्व हर संभव मौके का फायदा उठाने की फिराक में है। इस माडयूल के पकड़े जाने से राजौरी पुंछ में चुनाव प्रक्रिया को नुकसान पहुंचाने की आतंकी साजिश विफल हुई है।