ग्रामीण क्षेत्रों के स्वास्थ्य केंद्रों का हाल बेहाल, 15 वर्षों से हैं जर्जर हालत में…..
(धीरेंद्र मेहता) : बिलासपुर/बिल्हा – स्वास्थ्य सेवाओं की कमी और जर्जर इंफ्रास्ट्रक्चर ने हमारे ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति को और भी बदतर बना दिया है। आज हम आपको एक ऐसी कहानी बताएंगे जो आपको आश्चर्यचकित कर देगी। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, जो स्वास्थ्य सेवाओं की आखिरी उम्मीद है, विगत 15 वर्षों से जर्जर हालत में है।
चकरभाटा बोदरी के वार्ड क्रमांक 3 में बना प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, जो विगत 15 वर्षों से जर्जर हालत में है। यहाँ की स्थिति इतनी बदतर है कि मरीजों को यहां आज तक स्वास्थ्य सुविधा का लाभ नहीं मिल सका। 15 वर्ष पहले यह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनाया गया था मगर क्या ऐसी वजह रही की, ना तो यहां डॉक्टर बैठ सके और नहीं लोगों को इलाज मिल सका। ग्रामीणों को इलाज के लिए चकरभाटा, बिल्हा या फिर बिलासपुर का दौड़ लगाना पड़ता है। ग्रामीण बताते हैं कि स्वास्थ्य केंद्र खुलते देख यहां के लोगों को काफी उम्मीदे थी। मगर सब कुछ धरा का धरा ही रह गया। अब हालात यह है कि भवन पूरी तरह जर्जर हो गए हैं और खिड़की, गेट और रूम के अंदर लगे अन्य सामान चोरी हो गए।
बात करें स्वास्थ्य महकमा की तो स्वास्थ्य विभाग के हालात कैसे चल रहे हैं यह तो सभी जानते हैं। बिल्हा क्षेत्र के अधिकांश प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्र में सुविधाये नहीं के बराबर है। स्वास्थ्य विभाग समय रहते अगर मामले को गंभीरता से लिया होता तो आज यहां के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा से वंचित नहीं होना पड़ता।