अंतर्जातीय विवाह की सजा के खिलाफ सामने आया दंपत्ती… कानून से मांगी मदद
(दिलीप जगवानी) : बिलासपुर – सात सालों से बहिष्कार की प्रताड़ना झेल रहा युवा दंपत्ति जब अर्थिक संकट के आगे हारने लगा तो उसने कानून के दरवाजे पर दस्तक दी है. कुछ लोगों ने अपनी दकियानूसी सोच से अंतर्जातीय विवाह करने वाले इस दंपत्ति का जीना हराम कर दिया है.
हमारे समाज में आज भी कुछ लोग छोटी सोच रखते हैं और अपनी झूठी सामाजिक छवि चमकाने किसी के मान सम्मान को ठेस पहुंचाने गुरेज नहीं करते. मोपका मे रहने वाले युवा मोहन श्रीवास और स्थानीय साहू परिवार की बेटी पूजा ने साल 2016 मे प्रेम विवाह किया था. इस पर कुछ लोग सामाज की आड़ लेकर दंपत्ति को प्रताड़ित कर रहे है.
सात सालों से बहिष्कार की प्रताड़ना झेल रहा मोहन और उसका परिवार अब ऐसे लोगों के खिलाफ कानून की मदद लेगा.पिता पत्नी और दोनों बच्चों को साथ लेकर पहुंचे मोहन ने एसपी को शिकायती पत्र मे सिलसिलेवार अपनी व्यथा बनायी और मोपका मे रहने वाले तिलक राम साहू घनश्याम साहू गणेश साहू प्रमोद साहू सुरेश साहू रामप्रसाद साहू और शिव साहू के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है.
बताया है कि सभी ने उनके परिवार को आर्थिक और मानसिक रूप से तोड़ने की कोशिश की है. समाज से बहिष्कृत करना कानूनन अपराध है उसने उचित कार्यवाही की मांग एसपी से की है.
अर्थिक क्षति पहुंचाने के उद्देश्य से कुछ लोगों ने संगठित होकर साहू समाज को मोहन के टेंट की दुकान से लेनदेन नहीं करने और अर्थिक दण्ड का भय दिखाया है. अच्छी बात है मोहन का ससुराल पक्ष बेटी को खुश देखकर उसके अंतर्जातीय विवाह को स्वीकार कर चुका है लेकिन समाज के ठेकेदार उन्हें भी धमकाने से बाज नहीं आ रहे इससे उनकी बेटी दुखी है. डर से वो अपने मां बाप से मिलने नहीं जा पा रहीं. पूजा कहती हैं उनके समाज के बहुत से लोग अंतर्जातीय विवाह किया हैं. लेकिन वे केवल उसके ससुराल वालों को सता रहे है.
दिवंगत मां को समर्पित मुफ्त एम्बुलेंस सेवा दुर्भावनावश रोकने से मोहन श्रीवास दुखी हैं. तरह तरह के हथकंडे अपनाकर राह मे रोड़े डालने और अपमानित करने से वालों को दंपति सबक सिखाने ठान चुका है.