आ ही गया ट्विन टावर के ध्वस्त होने का दिन, केवल 9 सेकेंड में धराशायी हो जाएगी यह गगनचुंबी इमारत
(शशि कोन्हेर) : कुतुबमीनार से भी ऊंचे और भ्रष्टाचार की नींव पर खड़े होकर सूरज को मुंह चिढ़ाने वाले देश के सबसे ऊंचे अवैध टावर रविवार दोपहर को इतिहास बनकर रह जाएंगे। इन टावर के ध्वस्त होने के साथ आसपास के टावर में रहने वाले लोगों को होने वाली परेशानी का षड्यंत्र खंडित होने के साथ भ्रष्टाचार का गुरूर भी टूटेगा। लोगों के जीवन से सूरज की धूप छीनने वाले इन टावरों को रविवार दोपहर ढाई बजे सिर्फ नौ से 12 सेकंड में मिट्टी में मिला दिया जाएगा। इसके लिए शनिवार देर शाम तक तैयारियां चलती रहीं।
जोर-शोर से चल रही अंतिम तैयारी
जेट डेमोलिशन, एडफिस इंजीनियरिंग और सीबीआरआइ की टीम टावर के अंदर विस्फोटक से जुड़े वायर की जांच और ट्रिगर दबाए जाने की तैयारियों को अंतिम रूप देती रही। नोएडा प्राधिकरण और पुलिस अधिकारी आसपास की व्यवस्था को दुरुस्त करने में जुटे रहे।
एपेक्स 103 मीटर और सियान 97 मीटर है ऊंचा
सेक्टर-93-ए में बने 103 मीटर ऊंचे एपेक्स और 97 मीटर ऊंचे सियान टावर को ध्वस्त करने के लिए 3700 किलो विस्फोटक अलग-अलग फ्लोर पर लगाया गया है। सुरक्षा कारणों से एमराल्ड कोर्ट और आसपास की सोसायटी के करीब पांच हजार लोगों से रविवार सुबह सात बजे तक फ्लैट खाली कराए जाएंगे। इसके अलावा करीब तीन हजार वाहन और 200 पालतू पशुओं को भी बाहर निकाल लिया जाएगा।
पुलिस से क्लीयरेंस मिलने के बाद दबेगा ट्रिगर
एडफिस इंजीनियरिंग के प्रोजेक्ट मैनेजर मयूर मेहता ने बताया कि पुलिस से क्लीयरेंस मिलने पर दोपहर ढाई बजे ट्रिगर दबाया जाएगा। डीसीपी ट्रैफिक गणेश पी साहा ने बताया कि डायवर्जन लागू करने का कार्य देर रात पूरा कर लिया गया। नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे 2:15 से लेकर 2:45 तक बंद रहेगा।
धूल का गुबार दिखा तो बंद रहेगा एक्सप्रेस-वे
धूल का गुबार अगर एक्सप्रेस-वे की तरफ रहा, तो इसे कुछ और देर के लिए बंद रखा जा सकता है। एक्सप्रेस-वे के बंद रहने की जानकारी गूगल मैप पर करीब पौने घंटे पहले दिखाई देनी शुरू हो जाएगी, ऐसे में वैकल्पिक मार्ग भी गूगल मैप द्वारा बताया जाएगा।
400 पुलिसकर्मी हुए तैनात
डीसीपी सेंट्रल राजेश एस ने बताया कि करीब 400 पुलिसकर्मियों के साथ पीएसी और एनडीआरएफ के जवान भी तैनात किए जाएंगे। सीएमओ डा सुनील शर्मा ने बताया कि छह एंबुलेंस मौके पर रहेंगी और जिला अस्पताल के साथ फैलिक्स और यथार्थ अस्पताल में भी बेड आरक्षित किए गए हैं।
60 हजार टन निकलेगा मलबा
नोएडा प्राधिकरण सीईओ रितु माहेश्वरी ने बताया कि करीब 60 हजार टन मलबा दोनों टावर से निकलेगा। जिसमें से करीब 35 हजार टन मलबे का निस्तारण कराया जाएगा। ध्वस्तीकरण के बाद उठने वाली धूल को साफ करने के लिए कर्मचारी, स्वीपिंग मशीन, एंटी स्माग गन और वाटर स्पि्रंक्लर साइट पर मौजूद रहेंगे।