बिलासपुर, दुर्ग और बालोद समेत 3 राज्यों के किसानों को मछली पालन के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले दुर्ग पुलिस के हत्थे चढ़े
(शशि कोन्हेर) : भिलाई – फिश फार्मिंग के नाम पर तीन राज्यों में करोड़ों की ठगी करने वाले दो आरोपियों को मोहन नगर पुलिस ने भीलवाड़ा राजस्थान से गिरफ्तार किया है, दोनों आरोपी भीलवाड़ा जेल में ठगी के एक अन्य मामले में सजा काट रहे थे।
मोहन नगर पुलिस आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर दुर्ग लेकर पहुंची। दोनों के आरापियों के साथ ही इनके 7 साथियों के खिलाफ मोहन नगर थाने में धारा 420, 409, 34 के तहत अपराध दर्ज है।
इस मामले में शनिवार को एएसपी संजय ध्रुव व सीएसपी जितेन्द्र यादव ने संयुक्त रूप से बताया कि फिश फार्च्यून प्रोड्यूस कंपनी द्वारा छत्तीसगढ़ के दुर्ग, बालोद, बिलासपुर जिले के किसानों को मछली पालन के नाम पर करोड़ों रुपए का चूना लगाया।
उक्त कंपनी के प्रबंधक हरियाणा गुड़गांव निवासी बृजेश कुमार, सीईओ विनय शर्मा, डायरेक्टर भरत कुमार, मनीष कश्यप, हितेश सैनी, सौरभ कुमार, मनोज त्रिपाठी व छत्तीसगढ़ के पार्टनर सुधीर भंडारी व गुलाब चंद्राकर द्वारा छत्तीसगढ़ के किसानों से लीज पर जमीन लेकर प्रतिमाह मोटा मुनाफे का लालच दिया गया।
इन लोगों ने फिश फार्मिंग के लिए तालाब से लेकर बोर व अन्य सुविधाएं बनाकर देने झांसा दिया। यही नहीं हर माह 55 हजार से डेढ़ लाख तक रुपए तक कमीशन देने की बात कही गई। कुछ किसानों को उन्होंने लाभ देकर बाकी किसानों को अपने चंगुल में फंसाया। इस प्रकार बालोद, दुर्ग, बिलासपुर के लगभग 47 किसानों से इन ठगों ने लगभग 6 करोड रुपए समेटे और कंपनी बंद कर चलते बने। एएसपी ध्रुव ने बताया कि इन ठगों ने तीन राज्यों में इस प्रकार 1700 से अधिक किसानों को फंसाया।
पुलिस ने बताया कि दुर्ग में इन लोगों ने ओम परिसर में बकायदा कार्यालय खोल रखा था। जहां हर सप्ताह बैठक एवं मीटिंग भी हुआ करती थी। किसानों के लिए यह लोग सेमिनार तक का आयोजन कर फिश फार्मिंग से होने वाले फायदे बताया करते थे। इनके झांसे में ऐसे किसान हैं जिनके पास आधा एकड़ से लेकर डेढ से 2 एकड़ खेती की जमीन थी। इस जमीन को इन्होंने लीज पर दिया और इसके एवज में कंपनी ने लाखों रुपए का डिपाजिट भी कराया।
26 अगस्त 2021 को गुंडरदेही बालोद के निवासी देवेश कुमार चंद्राकर ने इनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद से ही आरोपियों की तलाश की जा रही थी। इनमें से दो आरोपी फिश फार्च्यून प्रोड्यूसर कंपनी गुड़गांव हरियाणा के प्रबंधक बृजेश कुमार व सीईओ विनय शर्मा मध्यप्रदेश के भोपाल सेंट्रल जेल में सजा काटने की जानकारी मिली। कोर्ट ने पुलिस कोर्ट से अनुमति लेकर भोपाल सेंट्रल जेल पहुंची तो पता चला कि दोनों आरोपियों को भीलवाड़ा राजस्थान की पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर ले गई है। यहां से दुर्ग पुलिस की टीम भीलवाड़ा राजस्थान पहुंचे और बृजेश कुमार कश्यप व विनय शर्मा को ट्रांजिट रिमांड पर दुर्ग लेकर पहुंची। दोनों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, वहीं इस मामले में 7 आरोपियों की तलाश की जा रही है।