बिलासपुर। वरिष्ठ साहित्यकार व पत्रकार दिवाकर मुक्तिबोध ने कहा कि सन 2000 से 2005 तक बिलासपुर प्रवास के दौरान उन्हें बेहद प्यार और अपनत्व मिला। इस शहर से अपने लगाव का ज़िक्र मैंने अपनी किताब में भी किया है। तमाम दबावों के बावजूद अच्छी पत्रकारिता करने वाले लोग यहां मौजूद हैं।
वे गुरुवार को स्व. लखीराम अग्रवाल आडिटोरियम में बिलासपुर प्रेस क्लब की नवनिर्वाचित कार्यकारिणी द्वारा आयोजित वरिष्ठ पत्रकारों का सम्मान समारोह को मुख्य अतिथि की आसंदी से संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने एक न्यूज पोर्टल के पत्रकारों पर दिल्ली पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई का ज़िक्र करते हुए कहा कि पूरे देश में पत्रकारिता को मूल्यविहीन बनाने की साज़िश हो रही है। वहां के पत्रकारों के खिलाफ की जा रही नियम विरुद्ध कार्रवाई के विरोध में एकजुटता जताने के लिए उन्होंने बिलासपुर प्रेस क्लब की सराहना की। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश को बिलासपुर प्रेस क्लब से बहुत उम्मीदें हैं। ये बड़ी ज़िम्मेदारी नई कार्यकारिणी को दोगुनी ऊर्जा के साथ निर्वहन करनी होगी।
सम्मान समारोह में बिलासपुर प्रेस क्लब के 40 से अधिक वरिष्ठ पत्रकारों का सम्मान किया गया। इस अवसर पर उपाध्यक्ष संजीव पांडेय, सचिव दिलीप यादव, कोषाध्यक्ष प्रतीक वासनिक, सह सचिव दिलीप जगवानी कार्यकारिणी सदस्य गोपीनाथ डे समेत भारी संख्या में पत्रकार बंधु मौजूद रहे।
प्रेस के साथियों के बीच अदालतें न आएं तो श्रेयस्कर होगा: जायसवाल
विशिष्ट अतिथि डॉ. सतीश जायसवाल ने वरिष्ठ पत्रकार
श्री मुक्तिबोध की प्रशंसा करते हुए कहा कि मुक्तिबोध की गौरवशाली विरासत के साथ दिवाकर यहां मौजूद हैं, ये बड़े गौरव की बात है। बिलासपुर प्रेस क्लब का चुनाव रुकवाने और कार्यकाल को जबरिया बढ़ाने की बुरी कोशिशों पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि प्रेस के साथियों के बीच अदालतें न आएं तो श्रेयस्कर होगा। श्री जायसवाल ने नए पत्रकारों को वरिष्ठ पत्रकारों से और पत्रकारिता की विरासत से रुबरु करवाने वाले इस इस इस आयोजन के लिए प्रेस क्लब अध्यक्ष इरशाद अली और उनकी टीम को बधाई दी।
नवनिर्वाचित कार्यकारिणी भरोसे को फिर कायम करेगी: अवस्थी
विशिष्ट अतिथि ज्ञान अवस्थी ने अपने उद्बोधन के दौरान उस समय को याद किया, जब वे खुद प्रेस क्लब का चुनाव लड़ रहे थे। उन्होंने बताया कि उस समय आम जनता बिलासपुर प्रेस क्लब को बेहद भरोसे के साथ अपने मददगार के रूप में देखती थी। उन्होंने विश्वास जताया कि नवनिर्वाचित कार्यकारिणी उस भरोसे को फिर कायम करेगी। वरिष्ठ पत्रकार रुद्र अवस्थी ने भी अपनी बातें रखते हुए नई कार्यकारिणी को अपनी शुभकामनाएं दी। और कहा कि इसी तरह के उद्देश्य पर आयोजन होते रहे तो निश्चय ही माहौल बदलेगा। ऐसे आयोजनों के अलावा पत्रकारों के लिए प्रशिक्षण और कार्यशाला की जरूरत पर भी पर भी जोर दिया। सईद खान ने पुरानी पत्रकारिता पर अपनी बात रखते हुए कहा कि प्रेस क्लब की गौरवशाली परंपरा को बनाए रखने की जरूरत है उन्होंने पुरानी घटनाओं का भी जिक्र किया,जिसकी वजह से बिलासपुर प्रेस क्लब ने ऊंचाइयां प्राप्त की थी।वरिष्ठ पत्रकार एवं हाईकोर्ट अधिवक्ता सलीम काजी ने पत्रकारों से आग्रह किया कि प्रेस क्लब परिवार का कोई भी मामला कोर्ट कचहरी अदालतों तक न पहुंचे यह प्रयास किया जाना चाहिए। निर्धारित समय पर चुनाव और तमाम पत्रकारों के हितों को लेकर कार्य किए जाने चाहिए।
भरोसे पर खरा उतरकर पुरानी साख करेंगे स्थापित: इरशाद
बिलासपुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष इरशाद अली ने कार्यक्रम में अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए कहा कि प्रेस क्लब की पुरानी गौरवपूर्ण परम्परा को नवनिर्वाचित कार्यकारिणी पुनः स्थापित करने संकल्पबद्ध है। उन्होंने कहा कि बीते 6 वर्षों से प्रेस क्लब ने पत्रकारों के हित से अधिक व्यक्तिगत हित को महत्व दिया, जिससे प्रेस क्लब की साख पर बुरा प्रभाव पड़ा। उन्होंने कहा कि कभी पूरे प्रदेश में अपनी दमदारी के लिए पहचाने जाने वाले बिलासपुर प्रेस क्लब को इशारों पर थिरकती कठपुतलियों ने कमज़ोर बना दिया था। हमारे पूरे पैनल को भारी मतों से जिताकर प्रेस क्लब के सभी सदस्यों ने उन्हें नकार कर हम पर जो भरोसा जताया है, उस भरोसे के सहारे हम फिर से वो साख स्थापित करेंगे। इस कार्य में वरिष्ठ जनों के आशीर्वाद और मार्गदर्शन से हमारी राह आसान बनेगी।