चंद्रयान की टीम में शामिल शहर के विकास श्रीवास का परिवार टकटकी लगाए देखता रहा टीवी और करता रहा सफलता की कामना
(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर – पृथ्वी से इसरो के द्वारा चांद पर छोड़े गए मिशन चंद्रयान 3 निर्धारित समय के अनुसार बुधवार की शाम 6:04 पर चंद्रमा में लैंड करेगा इस चंद्रयान को बनाने वाली टीम में शहर के युवा वैज्ञानिक भी शामिल है जिसकी सफल लैंडिंग को लेकर पूरे देश के साथ उसके परिजन भी दुआएं मांग रहे थे।
मिशन चंद्रयान 3 के सफल लैंडिंग को लेकर जहां पूरा देश टकटकी लगाएं देख रहा है साथ ही दुआएं मांग रहे थे की किसी तरह इसरो के वैज्ञानिकों की मेहनत रंग लाए। नजारा था सरकंडा बंगाली के ऐसे परिवार का, जिनका होनहार पुत्र इस मिशन चंद्रयान टीम का अहम सदस्य है। उघानिकी विभाग से सेवानिवृत हुए दिनेश श्रीवास के पुत्र विकास श्रीवास वर्ष 2008 से तिरुवंतपुरम स्थित इसरो केंद्र में अंतरिक्ष वैज्ञानिक के पद पर कार्यरत है।
और इस क्षण को लेकर पूरा परिवार काफी उत्सुक व उत्साहित नजर आ रहा है चर्चा के दौरान श्री श्रीवास ने बताया कि उनके पुत्र विकास की प्रारंभिक शिक्षा तखतपुर में हुई जो बचपन से ही अंतरिक्ष विज्ञान में विशेष रूचि रखते था इसके बाद हायर सेकेंडरी की पढ़ाई करने उन्होंने सरस्वती शिशु मंदिर तिलक नगर में दाखिला लिया और इंजीनियरिंग की पढ़ाई शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय कोनी से मैकेनिकल ब्रांच में पूरा किया इसके बाद विकास ने गेट परीक्षा के माध्यम से सफलता अर्जित कर इसरो को अपना कार्य क्षेत्र बनाया
मिशन चंद्रयान 3 की कामयाबी को लेकर जहां पूरा देश दुआए और मांग रहा था। इससे श्रीवास परिवार भी अछूता नहीं था। अंतरिक्ष वैज्ञानिक विकास की मां भी उसे वक्त के इंतजार में टीवी पर नजरे बिछाए बैठी हुई थी कि कैसे वह पल आए और चंद्रयान की सफल लैंडिंग हो। परिजनों ने कहा कि सफल लैंडिंग को लेकर उनकी खुशी दुगनी होगी क्योंकि देश अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में नया आयाम तय करेगा जिसमें उनके पुत्र की भी प्रत्यक्ष भूमिका है