बिलासपुर

महामाया महाविद्यालय में कक्षा और पाठ्य-पुस्तकों से बाहर, अनुभव आधारित शिक्षा की पहल को मिली सराहना….

(विजय दानिकर) : बिलासपुर – शासकीय महामाया महाविद्यालय रतनपुर में हिंदी विभाग के संयोजन में विभागाध्यक्ष डॉ राजकुमार सचदेव ने बी ए भाग दो के विद्यार्थियों से प्रयोगवाद के प्रवर्तक कवि अज्ञेय, छायावादी कवि सुमित्रानंदन पंत की प्रकृति के उपादानों आधारित कविताओं में बादलों, अखंड ऊर्जा स्रोत सूर्य की अस्ताचल और उदित होने की मोबाइल कैमरे से फोटो लेकर कविता के केन्द्रीय भाव को समझने का आग्रह किया था,इसी निमित्त कुछ विद्यार्थियों ने अपने गांव, नजदीक के खूंटाघाट बांध पहुंच कर चित्र लिए और उन्हें अपने साथियों के साथ साझा किया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ आर एस खेर जी ने विषय और भाव को समझने और समझाने के इस प्रयोग की सराहना करते हुए कहा कि पाठ्य-पुस्तकों और कक्षा के अध्यापन से बाहर निकल कर स्वयं अनुभव लेते हुए सीखने की यह पहल बहुत अच्छी है। शानदार फोटो खींचने वाले बी ए भाग दो के विद्यार्थियों कुमारी निशा शर्मा, कुमारी गीतांजलि यादव, डामेशवर धीवर, राकेश प्रधान को पुष्प पौध देकर प्राचार्य ने प्रोत्साहित किया।इस अवसर पर डॉ आनंद कौशिक एवं बी ए भाग दो के विद्यार्थी उपस्थित थे।

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