भारत की सड़कों पर 50 साल तक राज करने वाली एंबेसडर का 14 हजार रुपए से 5 लाख 20 हजार रुपए तक का सफर….
(शशि कोन्हेर) : भारत की सड़कों पर रुतबे और शान से चलने वाली Hindustan Motors की Ambassador कार ने 58 साल तक मार्केट में राज किया. इसे कंपनी ने 1957 में लॉन्च किया था, जबकि ये बंद 2014 में हुई. क्या आप जानते हैं कि इसकी पहली कीमत कितनी थी और बंद होने से पहले इसका रेट कितना था.
हिंदुस्तान मोटर्स ने एंबेसडर को अपने उत्तरपारा प्लांट में तैयार किया था. ये हिंदुस्तान का पहला कार प्लांट था, जबकि एशिया में कार बनाने की ये दूसरी फैक्टरी थी. इससे पहले पूरे एशिया में कार बनाने की एक ही फैक्टरी जापान में थी, जो टोयोटा कंपनी ने खोली थी. 1957 में जब कंपनी ने इस कार को लॉन्च किया, तब इसका दाम सिर्फ 14,000 रुपये था. हालांकि उस समय में ये रकम भी काफी बड़ी थी. महंगाई का कैलकुलेशन करें तो आज इतने रुपये की वैल्यू करीब 12 लाख रुपये होती है.
एंबेसडर कार को भारत की पहली कार होने का गौरव प्राप्त है. बिड़ला ग्रुप के BM Birla ने 1942 में हिंदुस्तान मोटर्स की स्थापना की और फिर 1948 में कंपनी के प्लांट को बंगाल के उत्तरपारा में शिफ्ट कर दिया. इसी प्लांट से 1957 में पहली बार बनकर निकली Ambassador Car जिसने 58 साल तक हिंदुस्तान की सड़कों पर राज किया. भारत में राजनेता से लेकर अधिकारियों तक के बीच ये कार इतनी पॉपुलर हुई कि इसे आम लोगों के बीच ‘लालबत्ती वाली कार’ कहा जाने लगा. इतना ही नहीं सरकार भारत में बनने वाली सारी एंबेसडर में से करीब 16 प्रतिशत खुद ही खरीद लेती थी.
बढ़ते कॉम्पटीशन और माइलेज गेम की वजह से हिंदुस्तान मोटर्स की एंबेसडर बाजार में टिक नहीं पाई. 2014 में कंपनी ने इसका प्रोडक्शन बंद कर दिया. कभी King of Indian Roads कही जाने वाली इस कार ने सड़क से विदा ले ली, लेकिन क्या आप जानते हैं कि बंद होने से पहले इस कार का दाम कितना था. तो हम आपको बता देते हैं कि 2014 में एंबेसडर कार का मूल्य 5.22 लाख रुपये था. 1957 से लेकर 2014 के बीच में कंपनी ने इसकी कुल 7 जेनरेशन मार्केट में उतारीं.
बदलते दौर के साथ अब एंबेसडर भी बदलने जा रही है. खबर है कि इस बार एंबेसडर इलेक्ट्रिक अवतार में लौटेगी, लेकिन इससे पहले कंपनी इलेक्ट्रिक 2-व्हीलर्स बनाना शुरू करेगी. हिंदुस्तान मोटर्स के डायरेक्टर उत्तम बोस का कहना है नई ‘Amby’ के डिजाइन, न्यू लुक और इंजन को लेकर काम चल रहा है. ये पहले ही एडवांस स्टेज में है. हिंदुस्तान मोटर्स ने यूरोप की एक ऑटोमोबाइल कंपनी के साथ इसके लिए एक एमओयू साइन किया है.