छत्तीसगढ़

बरसात की दस्तक,,,अवैध उत्खनन से तैयार गढ्ढे, और सेंदरी में तीन बच्चियों की मौत.. खनिज विभाग है जिम्मेदार- महेश दुबे

(शशि कोन्हेर) :  जून के प्रथम सप्ताह में अरपा नदी में अंधाधुंध अवैध खुदाई के कारण हुए गड्ढों की ओर खनिज विभाग प्रशासन का ध्यान दिलाए जाने के बावजूद इस विभाग के अफसरों द्वारा आंख मूंदकर की जा रही कार्यशैली का के कारण ही आज तीन मासूम बच्चियों की जान चली गई। इसके लिए यदि कोई दोषी है तो सिर्फ सिर्फ खनिज विभाग के जवाबदार अधिकारी एवं उत्खनन करने वाले वे लोग जो सफेदपोश की शहा पर बेखौफ पोकलेन और जेसीबी से अरपा का बेदर्दी से दिन-रात सीना चीर रहे हैं,

समय रहते यदि प्रशासन सजग हो गया होता तो आज इन तीन मासूम बच्चियों की जान बच सकती थी। इतनी दर्दनाक घटना के बावजूद कहीं भी कोई भी बड़ी कार्यवाही नहीं होगी। मुआवजा देकर छुटकारा पा लिया जाएगा। जबकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्ती के साथ कोई भी कड़ी कार्यवाही नहीं की जाएगी। जबकि होना यह चाहिए कि इस घाट पर खनन करने और कराने वालों पर अपराधिक मामला दर्ज होना चाहिए!


अरपा बेसिन विकास प्राधिकरण के सदस्य महेश दुबे का कहना है कि, अवैध उत्खनन हो या वैध इसका सबसे बड़ा नुकसान इसके आसपास क्षेत्र में रहने वाले लोगों को ही होता है। उत्खनन के चलते नदियों में बड़े-बड़े गड्ढे हो जाते हैं, जिससे नागरिक अनभिज्ञ रहते हैं और पूर्व में भी ऐसी बहुत सी घटनाएं घट चुकी है। इन गड्ढों में बच्चों से लेकर जवान बूढ़े तक डूब चुके हैं। हर वर्ष वर्षा ऋतु के प्रारंभ में देखा जाता है कि पानी भरने के कारण की गहराई का पता नहीं चलता और जानवरों के साथ साथ नागरिकों को इसका भुगतान भोगना पड़ता है।

किसी का बच्चा, किसी का भाई किसी का पिता, और किसी की बहन डूब कर मर जाते है। शासन प्रशासन को चाहिए कि इसकी रोकथाम के लिए कड़ाई से उपाय किए जाने चाहिए। जिससे आने वाले दिनों में सेंदरी जैसी दुखद घटना और जनहानि ना हो! समय रहते प्रशासन को आगाह करने के बावजूद गंभीरता से नहीं लिए जाने का परिणाम हम सब आपके सामने हैं।

आज छत्तीसगढ़ के प्रथम त्यौहार हरेली पर जहां गांव-गांव घर-घर लोग इस त्यौहार का आनंद उठा रहे थे। वहीं दूसरी ओर इन मासूम बच्चियों की मौत के कारण सेंदरी गांव में मातम छाया हुआ था। क्या प्रशासन इन उत्खनन माफियाओं के खिलाफ कोई ठोस कड़ी कानूनी कार्रवाई करेगा.? या हम सबको ऐसी ही कोई दुखद घटना की खबर सुनने के लिए तैयार रहें।

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