लोको पायलट ने गिनायी कई समस्याएँ, रेलवे बोर्ड के निर्देश पर अधिकारियों की टीम पहुंची लॉबी….
(भूपेंद्र सिंह राठौर) बिलासपुर : रनिंग रूम में उत्तम किस्म का भोजन नहीं मिलता, इंजन में एसी और प्रसाधन तक की व्यवस्था नहीं है। कर्मचारियों से नियम विरुद्ध 12 घंटे इयूटी भी कराई जा रही इन अव्यवस्थाओं की वजह से ड्यूटी करना मुश्किल हो गया है। जोनल स्टेशन स्थित़ चालक- पारिचालक लाबी पहुंचे रेल अफसरों को रनिंग स्टाफ ने कुछ इस तरह दिक्कते गिनाईं।
इस चर्चा में सबसे पहले लोको पायलटों ने परिचालन के दौरान गर्मियों में लोको केबिन के भीतर के उच्च तापमान का मुद्दा उठाया। उनका कहना था कि चालक केबिन का तापमान सामान्य से अधिक होता है। पसीने से लथपथ और भीषण गर्मीं के बीच कैसे परिचालन करते हैं, यह हम जानते हैं। हालांकि रेल अफसरों ने कहा कि बिलासपुर लोकोशेड ” में वर्तमान में लगभग 200 लोको हैं, जिसमें 181 लोको में एसी की सुविधा रेट्रो फिटमेंट के माध्यम से उपलब्ध करा दी गईं है।
इस दौरान महिला लोको पायलट ने इंजन मे प्रसाधन की सुविधा का मामला रखा । महिलाओं ने बताया कि लोको में शौचालय की व्यवस्था नहीं होने के कारण उन्हे कई बार स्टेशन तक पहुंचने के लिए 5-5 घंटे तक इंतजार करना पड़ता है। पीरियडस के दिनों में तो उन्हें काम करना मुशि्किल हो जाता है। अफसरों ने कहा कि शौचालय के लिए जगह चिह्वित कर रहे हैं।
अकलतरा रनिंग रूम में लगातार वाइब्रेशन, अनाउंसमेंट की समस्या है। इस परेशानी से रनिंग स्टाफ जूझ रहा है। इस पर रेलवे अफसरों का कहना था कि अकलतरा में एक नए रनिग रूप बनाने का प्रस्ताव है। यह सात करोड की लागत से तैयार होगा। इसके साथ ही एक सहायक लोको पायलट ने अधिकारियो से जोन में 10 साल से प्रमोशन नहीं देने की शिकायत की है ।