केंद्रों मे रखा धान बेमौसम बारिश ने भिगोया, प्रशासन ने पहले से दिया है सुरक्षित रखने का आदेश.
(भूपेंद्र सिंह राठौर) : बिलासपुर जिले में मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है। शनिवार देर शाम हुई तेज बारिश ने न केवल शहर की सड़कों को जलमग्न कर दिया, बल्कि किसानों और धान खरीदी केंद्रों के लिए भी नई चुनौती खड़ी कर दी है।
बेमौसम बारिश से शहर के कई इलाकों में लगभग एक घंटे तक पानी भरा था । नतीजा यह हुआ कि सड़को से लेकर खरीदी केंद्रों में रखा लाखों क्विंटल धान भीग गया । अधिकांश केंद्रों में धान से भरे बोरे शेड के नीचे रखा है, लेकिन कई स्थानों पर खुले में पड़ा धान को तिरपाल से ढकने की व्यवस्था नहीं की गई थी। धान खरीदी करने वाली समितियों और संग्रहण केंद्रों के सामने अब आर्थिक नुकसान का डर सताने लगा है।
उनका कहना है कि बारिश से धान खराब हो सकता है, जिससे किसानों को भी परेशानी होगी। धान खरीदी से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि स्थिति पर नजर रखी जा रही है।अधिकारियों ने बताया कि पहले ही सभी समितियों को तिरपाल की खरीद और बारिश से बचाव के इंतजाम करने के निर्देश दिए गए थे। अधिकांश समितियों ने इन निर्देशों का पालन किया है, जिससे नुकसान कम होने की संभावना है। हालांकि, जहां व्यवस्था पूरी नहीं की गई थी, वहां पर धान भीगने की खबरें आई हैं।
फिलहाल, अधिकारियों की ओर से नुकसान का आकलन करने और रिपोर्ट तैयार करने की बात कही गई है। लेकिन, जिस तरह से लाखों क्विंटल धान खुले में पड़ा है, उससे समितियों और संग्रहण केंद्रों के प्रबंधको की चिंता बढ़ गई है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में फिर से बारिश होने की संभावना जताई है। ऐसे में जरूरी है कि केंद्र और समितियां अपनी व्यवस्था को मजबूत करें।