कचरे के ढेर में मिले कटे पैरों ने सुलझाई मर्डर मिस्ट्री, पिता ही निकला बेटे का कातिल
(शशि कोन्हेर) : अहमदाबाद के वासणा इलाके में बिना सिर, हाथ और पैरों के अज्ञात युवक का डेड बॉडी मिली थी. घटना के 5 दिन बीत जाने के बाद अब वासणा से करीब 3KM दूर एलिजब्रिज इलाके से शव के पैर मिले. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से पूरे केस को सुलझा लिया है. शव हितेश नामक युवक का है, जिसकी हत्या उसके बुजुर्ग पिता ने ही की है.
दरअसल, पांच दिन पहले वासणा इलाके में पुलिस को अज्ञात युवक का शव मिला था, जिसका न सिर था, न पैर और न ही हाथ. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया. जांच चल ही रही थी कि इसी बीच पुलिस को सूचना मिली की वासणा से 3 किलोमीटर दूर एलिजब्रिज इलाके के पास कूड़े के ढेर से पॉलिथीन में इंसान के कटे हुए पैर मिले.
पुलिस को पहले तो शक हुआ कि कहीं ये पैर उसी शव के तो नहीं, जो 5 दिन पहले वासणा में मिला था? इसलिए उन्होंने जांच को जारी रखते हुए एलिजब्रिज इलाके के सीसीटीवी कैमरों को खंगाला. सीसीटीवी में स्कूटर सवार एक बुजुर्ग को उस पॉलिथीन को फेंकते देखा गया. पुलिस ने स्कूटर का नंबर निकलवाया. जब स्कूटर मालिक तक पुलिस पहुंची तो पता चला कि उसने ये स्कूटर उसने आंबावाड़ी इलाके के रहने वाले बुजुर्ग को बेच दिया है.
शख्स की दी गई जानकारी के आधार पर पुलिस स्कूटर इस्तेमाल करने वाले के घर पहुंची. पता चला कि बुजुर्ग अपने बेटे हितेश के साथ यहां रहता है. काफी दिनों से हितेश का कुछ भी अता पता नहीं है. पुलिस ने जब बुजुर्ग के घर की तलाशी ली तो अंदर से धारदार चाकू और खून के धब्बे मिले. पुलिस ने फौरन बुजुर्ग को हिरासत में ले लिया.
सीसीटीवी फुटेज को भी जब दोबारा खंगाला गया, तो उसमें भी यही बुजुर्ग दिखा. पुलिस को पूरा यकीन हो गया कि ये उसी लाश के पैर हैं जो वासणा इलाके से 5 दिन पहले मिली थी.
पूछताछ में पता चला कि बुजुर्ग एम. जानी क्लास-2 रिटायर्ड अधिकारी है. जिस घर में वह रहता है, वहीं ग्राउंड फ्लोर पर उसकी बहन भी रहती है. उसकी पत्नी की मौत हो चुकी है. बस एक बेटा हितेश है, जो उसके साथ रहता है. लेकिन वह भी काफी दिनों से लापता था.