जुबान बंद है, बोलेंगे तो बागी कहलाएंगे,’ अपनी सरकार पर बरसे BJP सांसद बृजभूषण
(शशि कोन्हेर) : यूपी के गोंडा में कैसरगंज के बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने शुक्रवार को बाढ़ पीड़ितों के लिए प्रशासन की तैयारियों को लेकर नाराजगी जाहिर की. इस दौरान उन्होंने अपनी सरकार पर भी आरोप लगाए. दरअसल इन दिनों यूपी के तराई क्षेत्र के जिले बाढ़ का सामना कर रहे हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ ने भले ही बाढ़ प्रभावितों को तक तत्काल मदद पहुंचाने का आदेश दिया हो।
लेकिन हर आए दिन प्रशासन की लापरवाही का मामला सामने आ रहा है. बीजेपी सांसद अपने क्षेत्र में ऐसी ही लापरवाहियों को देखकर भड़क गए. उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में वह बाढ़ राहत कार्यों पर सवाल खड़े करते हुए कह रहे हैं कि अब बोलना बंद हो चुका है, सिर्फ सुनना ही बचा है. बोलोगे तो बागी कहलाओगे.
अब हर कोई भगवान के भरोसे है…
बाढ़ग्रस्त इलाके का दौरा करने निकले बृजभूषण शरण सिंह को मीडिया ने बताया कि जिला प्रशासन दावा कर रहा है कि बाढ़ पीड़ितों के लिए 228 नाव लगाई गईं, पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित की जा रही हैं लेकिन क्षेत्र में ऐसा कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा है. इस पर बीजेपी सांसद ने कहा- जिला प्रशासन के बारे में मत ही पूछिए तो अच्छा है. पहले कोई भी सरकार होती थी तो बाढ़ से पहले एक बैठक होती थी. हमको नहीं लगता कि इस बार कोई बैठक हुई है.
उन्होंने कहा कि सब भगवान के भरोसे हैं. लोग इंतजार कर रहे हैं कि कब पानी घटेगा और कब हमारी तकलीफ कम होगी. मैंने अपने जीवन में बाढ़ को लेकर इतना खराब इतंजाम नहीं देखा है. अफसोस यह है कि हम रो भी नहीं सकते. अपने भाव को व्यक्त भी नहीं कर सकते.
अब सलाह लेने का समय नहीं रहा
बीजेपी नेता ने बताया कि लोगों की सुविधा के लिए कुछ ट्रैक्टर-ट्रॉली लगवाया है, ताकि मजदूरों, महिलाओं, बुजुर्गों को इधर से उधर जाने में मदद मिल सके. वे लोग अब भगवान की व्यवस्था का इंतजार कर रहे हैं. जब उनसे पूछा गया कि क्या जिला प्रशासन जनप्रतिनिधियों से सलाह नहीं ले रहे हैं. इस सवाल पर उन्होंने कहा कि अब सलाह लेने का समय नहीं है. बाढ़ आने से पहले सलाह ली जाती है.
इसके बाद उन्होंने कहा कि अब बोलना बंद है, सुनना ही है केवल. जनप्रतिनिधियों की जुबान बंद है. बोलोगे तो बागी कहलाओगे. सुझाव दोगे तो कोई मानेगा नहीं. उनसे जब पूछा गया कि क्या सीएम योगी तक इस बारे में जानकारी नहीं पहुंच रही है तो उन्होंने कहा कि बस मेरा मुंह न खुलवाइए. मैंने अपने जीवन में ऐसी बदइंतजामी नहीं देखी.
तीन तहसीलों के 143 गांव बाढ़ की चपेट में
जानकारी के मुताबिक जिले के तीन तहसीलों के करीब लगभग 143 गांव की लाखों आबादी बाढ़ की चपेट में है. उन्होंने कहा किया अपने जीवन में 1984 व 2008 की बाढ़ की विभीषिका को हमने देखा है. इस बार उससे भी ज्यादा 2 फुट पानी ऊपर बह रहा है इसलिए ट्रैक्टर के अलावा सभी साधन बंद हैं. कई दिन से हम लोग ट्रैक्टर से ही निकल रहे हैं क्योंकि ट्रैक्टर के अलावा बाइक या अन्य गाड़ियों का चलना संभव नहीं है.