गधे पर उल्टा बैठा गांव में घुमाने की परंपरा, मध्य प्रदेश में क्यों मशहूर है यह रिवाज
(शशि कोन्हेर) : मध्य प्रदेश के रतलाम में, सावन महीने के जाने के बाद मौसम मानो जैसे रूठ सा गया है। तीखी धूप चुभने लगी है। बढ़ती उमस बारिश का सब्र बढ़ा रही है। लोगों को फसलों की चिंताएं सता रही हैं। कई खेतों में तो फसलें अब मुरझाने और सूखने लगी हैं।
ऐसे में यहां बारिश के लिए किसान सहित ग्रामीण इंद्रदेव को मनाने में जुटे हैं। इंद्र देव को मानने के लिए ग्रामीण तरह-तरह के टोटके अपना रहे है। बाप-दादाओं के समय के रीति-रिवाजों को अपनाकर बारिश की कामना की जा रही है। यहां कुछ लोग इंद्रदेव को मनाने के लिए गधे पर उल्टा बैठकर गांव भर में घूम रहे हैं।
दरसअल ऐसा ही कुछ नजारा शनिवार को जिले के ग्राम पलसोड़ा में देखने को मिला। पुरखों के रिवाज को अपनाते हुए यहां बारिश की कामना को लेकर सरपंच लक्ष्मण मईडा को ग्रामीणों ने गधे परा उल्टा बैठकर झाड़ू हाथो में देकर ढोल-तासों के साथ गांव भर में घुमाया गया। इसके बाद ग्रामीणों ने भगवान भोले नाथ से बेहतर बारिश के लिए प्रार्थना की।
गांव के बुजुर्ग मोतीलाल राठौड़ ने बताया कि यह एक तरीके का टोटका है जिससे बारिश के संभावना बन जाती है। इसके अलावा भी कई अन्य तरह के टोटके पीढ़ी दर पीढ़ी चले आ रहे हैं। पलाड़ा के अलावा ग्राम दंतोडिया, सेवरिया कुआं, झागर, धराड़ सहित कई आसपास की गांव पिछले 15 दिनों से सूखे से परेशान हैं।
उधर किसानों का कहना है कि 15 दिन से ज्यादा का समय हो गया है लेकिन अब तक बारिश नहीं हुई इससे फसल खराब हो रही हैं। किसानों की चिंताएं बढ़ रही हैं। फसलों पर कहर बरपा है। उम्मीद है कि टोने-टोटके करने से कुछ संभावना बने।