क्या देश में जबरदस्त सुख सफलता और जीत की गारंटी बन गई है दाढ़ी..?
(शशि कोन्हेर) : पहले जहां सामाजिक राजनीतिक, फिल्मी क्षेत्रों में क्लीन शेव्ड और नफासत पसंद व टिप टॉप की तूती बोलती थी। वही अब जमाना रफ टफ का आता दिख रहा है। दाढ़ी वालों को आम जनता के द्वारा बिना दाढ़ी वालों की तुलना में कुछ अधिक ही पसंद किया जा रहा है। दाढ़ी वालों की सफलता के इस सिलसिले की शुरुआत थाना की लगातार दूसरी बार केंद्र में सरकार बनाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दाढ़ी बढ़ाने से हुई।
अभी हाल के दिनों में जिस तरह एक के बाद एक दाढी वालों को अपने-अपने क्षेत्रों में लगातार सफलता मिलती जा रही है। उससे ऐसा लगता है कि आने वाले दिनों में कहीं दाढ़ी को ही सफलता की गारंटी ना मान लिया जाए। हाल ही में शिवसेना से बगावत कर उद्धव ठाकरे के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाले एकनाथ शिंदे को जिस तरह सफलता मिली पूर्णविराम उसकी उम्मीद उन्हें भी शायद नहीं रही होगी। उससे पहले पुष्पा फिल्म में अर्जुन को मिली रिकॉर्ड सफलता ने फिल्मी क्षेत्र में बुलंदियों के झंडे गाड़ दिए, वही केजीएफ में यश ने सफलता हासिल की।