महिला मंत्री ने सभी कलेक्टरों से कहा… गरबा कार्यक्रम में बिना आधार कार्ड से पहचान के किसी को भी प्रवेश ना मिले
(शशि कोन्हेर) : मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान की सरकार में संस्कृति मंत्री ऊषा ठाकुर ने नवरात्र के समय में गरबा के कार्यक्रमों में मुस्लिमों के प्रवेश को लेकर एक बयान दिया है।
उन्होंने कहा कि नवरात्र में शक्ति की देवी की पूजा की जाती है। अगर मूर्ति पूजन में मुस्लिमों की आस्था है तो बेशक कार्यक्रम में उनका स्वागत है। अगर कुरान या कोई अन्य धर्मशास्त्र, उन्हें अनुमति देते हैं तो ही वे कार्यक्रम में शामिल हो, सिर्फ मनोरंजन की मनोभावना लेकर न आएं।
अगर कोई आना चाहे तो अपनी मां, बहन, बेटी या पत्नी को साथ लेकर आएं। इसी के साथ उन्होंने जिलाधिकारों को गरबा कार्यक्रम में बिना पहचान पत्र के किसी को प्रवेश न देने का भी निर्देश दिया।
संस्कृति मंत्री ऊषा ठाकुर ने यह बयान विधानसभा परिसर में मीडिया से हुई बातचीत के दौरान दिया। उन्होंने कहा कि गरबा समारोहों में कोई भी अपनी पहचान छुपाकर प्रवेश न करें क्योंकि नवदुर्गा की आराधना के इस पर्व में किसी प्रकार झूठ का वातावरण न बने इस पर हमें ध्यान रखना चाहिए। गेट पर अपनी सही पहचान बताकर कोई भी भीतर जा सकता है।
इसी दौरान भोपाल में तीन साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म के प्रयास की घटना पर उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने नाबालिग बच्चियों के साथ दुष्कर्म जैसे मामलों में फांसी की सजा और त्वरित सुनवाई की व्यवस्था की है। जागरुकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं, लेकिन इसमें समाज की भी सक्रिय भागीदारी की आवश्यकता है।
मालूम हो कि कुछ दिन पहले एक कार्यक्रम के सिलसिले में ग्वालियर पहुंची संस्कृति मंत्री ने कहा था कि इस बार नवरात्र के त्यौहार में आयोजित होने वाले गरबा कार्यक्रमों में आधार कार्ड देखने के बाद ही अंदर घुसने दिया जाएगा। इसके बिना किसी को प्रवेश नहीं मिलेगा। वजह आजकल गरबा कार्यक्रमों का लव-जिहाद का बड़ा माध्यम बनना है।