केन्द्रो में क्षमता से अधिक आवक, उठाव नहीं होने से धान जाम, खरीदी बंद करने की आ सकती है नौबत
(भूपेंद्र सिंह राठौर) : बिलासपुर – धान खरीदी का कार्य बीते 28 दिनों से जारी है, लेकिन खरीदी केंद्रों में बफर आवक और उठाव की कमी ने स्थिति को जटिल बना दिया है। समितियों के फड़ में धान रखने की जगह खत्म हो चुकी है। अब, कई केंद्रों पर दो-चार दिनों में खरीदी बंद करने की नौबत आ सकती है।
बुधवार को शहर के ग्रामीण क्षेत्र से जुड़े सेवा सहकारी समिति घुरू के सैदा खरीदी केंद्र का जायजा लिया। यहां प्रबंधन समिति के सदस्य विजय कुमार सूर्यवंशी ने बताया कि इस केंद्र पर 5 गांवों घुरू, अमेरी, सैदा, मेड्रा और चिचिरदा के कुल 1243 किसान पंजीकृत हैं। अब तक 259 किसानों ने यहां 12,700 क्विंटल धान बेचा है। धान रखने की क्षमता से अधिक आवक ने समस्या खड़ी कर दी है। सैदा केंद्र में केवल 6500 क्विंटल धान रखने की क्षमता है, लेकिन यहां पहले ही 11,513 क्विंटल धान भरा हुआ है। अभी भी 984 किसानों का धान खरीदा जाना बाकी है, जो लगभग 62,000 क्विंटल है।
लगातार धान बेचने पहुंच रहे किसानों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन जगह न होने से यह चुनौती बनता जा रहा है। समिति प्रबंधन का कहना है कि अगर जल्द ही मिलर्स द्वारा उठाव नहीं कराया गया, तो दो तीन दिनों के भीतर धान खरीदी बंद करनी पड़ सकती है।
समिति प्रबंधन ने जिला विपणन अधिकारी से तत्काल उठाव कराने और बारदाने उपलब्ध कराने की मांग की है। अगर यह समस्या सुलझाई नहीं गई, तो खरीदी केंद्रों की स्थिति और बिगड़ सकती है। धान खरीदी केंद्रों की ये समस्या केवल सैदा तक सीमित नहीं है। अगर जल्द ही इस दिशा में ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो किसान और खरीदी केंद्र दोनों को गंभीर संकट का सामना करना पड़ सकता है।