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बिहार में चोरों की करतूत, रेल इंजन और पुल के बाद चुरा ले गए मोबाइल टावर, 3 दिन में खोले पार्ट्स

(शशि कोन्हेर) : बिहार में लोहे का पुल और रेल इंजन के बाद अब मोबाइल टावर चोरी का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि चोर मोबाइल कंपनी के अधिकारी बनकर पहुंचे और 19 लाख रुपए कीमत का टावर पार कर दिया. यह टावर एक शख्स की छत पर लगा था, जिसके सारे पार्ट्स तीन दिन में खोल लिए.

जानकारी के अनुसार, यह घटना पटना के गरदानीबाग इलाके के यारपुर राजपूताना कॉलोनी में हुई. यहां ललन सिंह नाम के व्यक्ति के घर की छत पर मोबाइल टावर लगा था. ललन सिंह के मुताबिक, कुछ दिन पहले कुछ लोग मोबाइल कंपनी के अधिकारी बनकर उनके पास आए.

उन्होंने ललन सिंह से कहा कि मोबाइल कंपनी को भारी नुकसान हो रहा है. इसलिए मोबाइल टावर को हटाया जाएगा. इस पर ललन सिंह सहमत हो गए और इसके बाद चोर पूरे टावर को खोल ले गए.

तीन दिन तक 24 घंटे 25 लोग टावर को खोलने में लगे रहे

मोबाइल टावर को खोलने के लिए तीन दिन तक 25 लोगों ने चौबीसों घंटे काम किया. गैस कटर मशीन का इस्तेमाल कर टॉवर को टुकड़ों में काट दिया और एक ट्रक में लादकर चले गए. बताया जा रहा है कि मोबाइल टावर की कीमत 19 लाख रुपए के आसपास है. यह टावर 15 साल पहले ललन सिंह की छत पर लगाया गया था.

शनिवार तक कंपनी के अधिकारियों को नहीं थी चोरी की जानकारी

खास बात यह है कि मोबाइल टावर कंपनी को शनिवार तक इस चोरी के बारे में जानकारी ही नहीं थी. जब कंपनी के अधिकारियों ने मोबाइल टावरों का निरीक्षण किया, तब पता चला कि गरदानीबाग में टावर गायब है. टावर चोरी का मामला सामने आने के तुरंत बाद पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

बता दें कि बीते दिनों रेल इंजन चोरी का मामला सामने आया था. वहीं कुछ महीने पहले इसी तरह की घटना में चोरों ने सासाराम जिले में 500 टन वजनी 60 फीट लंबे लोहे के पुल को चुरा लिया था. चोर यहां जल संसाधन विभाग के अधिकारी बनकर पहुंचे थे.

पिछले सप्ताह चोरी हो गया था ट्रेन का डीजल इंजन

पिछले सप्ताह बरौनी (बेगूसराय जिला) के गरहारा यार्ड में मरम्मत के लिए लाए गए ट्रेन के डीजल इंजन को एक गिरोह ने चुरा लिया था. गिरोह ने एक बार में कुछ पुर्जे चुराकर इसे हासिल किया. पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया था.

उनसे पूछताछ के बाद मुजफ्फरपुर की प्रभात कॉलोनी स्थित एक कबाड़ के गोदाम से रेल इंजन के पुर्जों की 13 बोरियां बरामद कीं.

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि हैरान करने वाली बात यह थी कि हमने यार्ड के पास एक सुरंग का पता लगाया, जिसके माध्यम से चोर आते थे और इंजन के पुर्जों को चुरा लेते थे और उन्हें बोरियों में भरकर ले जाते थे. रेलवे अधिकारी इससे पूरी तरह अनभिज्ञ थे.

रोहतास से चोरी हो गया था 60 फीट लंबा लोहे का पुल

बिहार के रोहतास के नासरीगंज क्षेत्र के अमियावर में आरा कैनाल नहर पर 1972 में बने लोहे के पुल को भी चोरों ने पार कर दिया था. यह पुल 60 फीट लंबा था. चोर विभागीय अधिकारी बनकर बुलडोजर, गैस कटर और गाड़ियां लेकर पहुंचे थे.

पुल को 3 दिन में काटकर गाड़ियों भर लिया और रफूचक्कर हो गए थे. चोरों ने सिंचाई विभाग के अधिकारी होने का झांसा दिया था और स्थानीय विभागीय कर्मियों की भी मदद ली. उनकी मौजूदगी में पूरा पुल चुरा लिया था

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