इस बार, भव्यता के साथ दो दिन मनाया जाएगा, भगवान परशुराम जन्मोत्सव….
(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर – समग्र ब्राम्हण समाज परशुसेना की बैठक इमलीपारा स्थित कान्यकुब्ज ब्राम्हण समाज भवन में सम्पन्न हुई बैठक में छत्तीसगढ़ी ब्राम्हण समाज,कान्यकुब्ज ब्राम्हण समाज,मारवाड़ी ब्राम्हण समाज,महाराष्ट्र मंडल ब्राम्हण समाज,मैथली ब्राम्हण समाज,सरयूपारीण ब्राम्हण समाज,ब्राम्हण समाज,दक्षिण भारतीय ब्राम्हण समाज,एवं विभिन्न संगठनों के प्रमुख,समाज के वरिष्ठजन एवं मातृशक्ति शामिल हुए।
अतः बैठक में निर्णय लिया गया कि इस वर्ष भगवान परशुराम जन्मोत्सव को बड़े व्यापक तौर पर दो दिवसीय मनाया जाएगा।जिसमे प्रथम दिवस 3 मई को अक्षय तृतीया के दिन ब्राम्हण समाज के सामाजिक भवन में भगवान विष्णु के छठवें अवतार परशुराम जी की भव्य आरती पूजा अर्चना एवं प्रसाद वितरण किया जाएगा।वहीं दूसरे दिन 4 मई को समग्र ब्राम्हण समाज परशुसेना द्वारा विशाल शोभायात्रा निकाली जाएगी जिसमें जिले भर से समस्त विप्र समाज शामिल होंगे।4 मई को शोभायात्रा दयालबंद स्थित शीतला माता मंदिर से शाम 5 बजे भगवान परशुराम जी की पूजा अर्चना के साथ प्रारंभ होकर शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए छत्तीसगढ़ स्कूल प्रांगण में महाआरती एवं विशाल विप्र समागम के साथ संपन्न होगी।भगवान परशुराम जी के आदमकद प्रतिमा,आकर्षक झांकिया,सुसज्जित वाद्य दल,आतिशबाजी,इस शोभायात्रा की भव्यता बढ़ाएंगी। झांकियों में छत्तीसगढ़ के साथ साथ विनिन्न राज्यों की सांस्कृतिक चिन्हों को समेटने का प्रयास समग्र ब्राम्हण समाज द्वारा किया जा रहा है। जहाँ आरती के पश्यात संतो के आशीर्वचन का श्रवण लाभ सभी विप्रजन प्राप्त करेंगे तत्पश्यात समाज के प्रतिभावान बच्चों एवं अपने अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले विभूतियों का सम्मान समग्र ब्राम्हण समाज द्वारा किया जाएगा।इस प्रकार संतो की उपस्थिती में समाज की प्रतिभाओं के सम्मान,भोजन प्रसाद एवं भजन संध्या के साथ बड़े ही धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ इस वर्ष भगवान परशुराम जी का जन्मोत्सव महोत्सव के स्वरूप में विप्र समाज मनाएगा।