(भूपेंद्र सिंह राठौर) बिलासपुर : रेलवे ने नो- पार्किंग का दायरा बढ़ाने के साथ अब सख्ती बारतना शुरू कर दिया है। इसे लेकर रेलवे सिविल डिफेंस की आठ सदस्यीय दो टीमे बनाई है। टीम के सदस्य यात्री, उनके स्वजन व आम नागरिकों को समझाइश दे है की चालान से बचने वो अपनी गाड़ियां पार्किंग स्टैंड में ही रखे ।
स्टेशन के बाहर पार्किंग व्यवस्था संभाल पाने में रेल प्रशासन पूरी तरह फेल है। लोग अपने वाहन मनमुताबिक जगह पर खड़ा कर देते है। इसके चलते यातायात बाधित होता है और यात्रियों को सबसे ज्यादा परेशानी होती है। अव्यवस्था और दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए पार्किंग व्यवस्था सुधारने के लिए प्रयास किया जा रहा है। इसके तहत रेलवे ने नो- पार्किंग का दायरा बढ़ा दिया है।
हालांकि इस निर्णय से आम जनता की परेशानी बढ़ गई है। वहीं इसे नजर अंदाज करते हुए रेलवे ने उलटे सख्ती बरतना शुरू कर दिया है। नो- पार्किंग में वाहन न खड़ा किया जाये और यातायात व्यवस्था सुचारू रहे इसलिए रेलवे ने सिविल डिफेंस को कमान सौंपी है। चार- चार सदस्यों की दो टीमें बनाईं है।
सिविल डिफेंस की टीम एक वाहन में स्पीकर लगाकर नो- पार्किंग क्षेत्र का दौरा कर रही है। इस दौरान, जो भी गाड़ी खड़ी कर रहे हैं, उन्हें तत्काल समझाइश देकर छोड़ दिया जा रहा है। उन्हें बताया जा रहा है कि यह एरिया नो- पार्किंग जोन मे है।
अभी केवल समझा रहे हैं। 17 जुलाई के बाद नो- पार्किंग में रखे वाहनों को गेट नंबर चार के आगे टीआरडी आफिस के पास रखा जाएगा। यहां से गाड़ी वापस तभी मिलेगी, जब गाड़ी मालिक जुर्माना जमा करेगा। एक स्टाफ को प्रभारी नियुक्त किया गया है। वह जुर्माने की रसीद देंगे।