सेंदरी-कछार-लोफंदी में अवैध उत्खनन का विरोध करने पर होमगार्ड के सिपाही को जान से मारने और अधिकारी से झूठी शिकायत कर उसकी नौकरी खा जाने की धमकी…कोनी थाने और पटवारी ने मुंह पर ताले जड़े
(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर। सेंदरी-कछार-लोफंदी में रेत और मिट्टी का अवैध उत्खनन करने से मना करने वाले होमगार्ड के आदिवासी सिपाही और अंमतरा आदिवासी समाज के सचिव को जान से मारने तथा नौकरी खाने की धमकी देने वाले अभी भी छुट्टे घूम रहे हैं।
रतनपुर महामाया मंदिर में होमगार्ड के रूप में तैनात अमतरा ग्राम के निवासी हरिनारायण मरावी पिता भागवत प्रसाद मरावी की गलती सिर्फ इतनी थी कि उसने अमतरा और लोफंदी गांव के बीच में मिट्टी का अवैध उत्खनन करने वाले रेत के सौदागर को अवैध मिट्टी का उत्खनन करने और रास्ते को खोदने से मना किया। इस पर होमगार्ड के सिपाही को जान से मारने की धमकी के साथ अधिकारी से झूठी शिकायत का उसकी नौकरी खा जाने की धमकियां भी दी जाने लगी। इस होमगार्ड सिपाही के द्वारा इस मामले की रिपोर्ट कोनी थाने में की जा चुकी है। लेकिन कोनी थाने के द्वारा संदिग्ध कारणों से इस पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। दरअसल जब सिपाही हरिनारायण मरावी ने देखा कि उसके और अमतरा गांव के बीच राऊतराय के पास जमीन पर कई दशक पुराने आने-जाने के रास्ते को माटी की अवैध खुदाई करने वाले खोद कर नष्ट कर रहे हैं। तो उसने मना किया।
दरअसल यहां वीरेंद्र साहू नामक व्यक्ति के द्वारा लगभग 1 एकड़ डिसमिल जमीन खरीदी गई है। और इस जमीन की आड़ में 3:30 एकड़ से अधिक सरकारी जमीन पर 10- 10 फीट तक अवैध गहरी खुदाई कर इसी सरकारी जमीन से गुजरने वाले एक पुराने रास्ते को भी खोद कर नष्ट कर दिया गया है। जबकि यह जमीन सरकारी है और इस पर खरीदार वीरेंद्र साहू का कोई हक नहीं है। यहां जमीन पर अवैध रूप से की गई 10 फीट तक की गई जमीन की खुदाई को अभी भी जाकर देखा जा सकता है।
मरावी ने खुदाई के काम में लगे एक्सीवेटर चालक और वहां मौजूद लोगों को सरकारी जमीन पर अवैध रूप से खुदाई करने से रोका। और उसका वीडियो फोटो लेकर 112 नंबर पर इसकी शिकायत की। 112 नंबर के लोग वहां पहुंचे लेकिन उन्होंने सारा माजरा देखने के बाद कुछ भी नहीं किया। इस पर सेंदरी में वीरेंद्र साहू की दुकान पर काम करने वाले सुंदर मरकाम ने उसे फोन पर जान से मारने की धमकी दी। और कहां कि मेरे सेठ के काम में अड़ंगा मत डालो। वही होमगार्ड के सिपाही को जान से मारने तथा होमगार्ड के अधिकारी से झूठी शिकायत कर उसकी नौकरी खाने की धमकी भी दी गई।
शिकायतकर्ता हरिनारायण पिता भागवत मरावी ने इस मामले की लिखित शिकायत कोनी के थाना प्रभारी से की है। वही ग्राम के पटवारी से भी इस मामले की शिकायत कर वीडियो और फोटो से भेजी है। लेकिन अभी तक कोनी थाने की ओर से होमगार्ड के एक सिपाही को जान से मारने की धमकी देने वाले ग्राम कछार की महिला सरपंच त्रिवेणी मरकाम के पति सुंदर मरकाम के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की गई। वही संदिग्ध कारणों से पटवारी ने भी इस मामले में अपने मुंह पर ताले जड़ लिए हैं। यह बात गांव भर में विख्यात है कि सुंदर मरकाम सेंदरी में वीरेंद्र साहू की दुकान पर ही नौकर है।
और जिस जमीन पर अवैध खुदाई हो रही है वह जमीन भी वीरेंद्र साहू की ही बताई जा रही है। पुलिस के द्वारा महामाया मंदिर रतनपुर में तैनात अमतरा निवासी होमगार्ड के सिपाही को जान से मार कर धमकी देने तथा अधिकारी से झूठी शिकायत कर उसकी नौकरी खा जाने की धमकी देने के इस मामले में अगर कोई कार्रवाई नहीं की जाती तो आरोपियों के विरोध में जिला कलेक्टर और एसपी को ग्रामीणों के द्वारा ज्ञापन देकर न्याय की मांग की जाएगी।