गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही

बाघिन ने 5 दिनों में 4 मवेशियों का किया शिकार, ग्रामीण में दहशत….


(उज्ज्वल तिवारी) : पेंड्रा – पिछले 5 दिनों से छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश की सीमा पर स्थित ज्वालेश्वर धाम मंदिर के आसपास एक बाघिन की मौजूदगी से ग्रामीणों में डर का माहौल है। मरवाही वन मंडल के गौरेला वन परिक्षेत्र में विचरण कर रही यह बाघिन अब तक 4 मवेशियों और 2 कुत्तों का शिकार कर चुकी है।

इस दौरान पर्यटकों और स्थानीय लोगों ने बाघिन के कई वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर साझा किए हैं, जिनमें वह कभी सड़क पर तो कभी बाउंड्री वॉल पर चलते हुए नजर आ रही है। इसके अलावा, बाघिन को रिहायशी इलाकों में घरों के पास भी देखा गया है।


मादा बाघ की मौजूदगी के कारण ग्रामीण अपने घरों को छोड़कर शासकीय भवनों में शरण लेने को मजबूर हैं। वन विभाग की टीम मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ दोनों तरफ से बाघिन की हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए है।


मरवाही वन मंडल के डीएफओ रौनक गोयल ने कहा कि बाघिन की हर गतिविधि पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है और मध्यप्रदेश के वन विभाग के साथ लगातार संपर्क में हैं। बाघिन को रेस्क्यू करने के लिए सभी जरूरी तैयारियां की जा रही हैं।


यह वही मादा बाघ है जिसे पहले कानन पेंडारी की रेस्क्यू टीम ने ट्रैंकुलाइज करके अचानकमार टाइगर रिजर्व में छोड़ा था। लेकिन वहां से यह दोबारा मरवाही वन मंडल के इलाके में लौट आई।


वन विभाग ने स्थानीय निवासियों और पर्यटकों से अपील की है कि वे बाघ से दूर रहें और उसकी गतिविधियों को लेकर सतर्कता बरतें। अमरकंटक और ज्वालेश्वर धाम जैसे धार्मिक और पर्यटन स्थलों पर अतिरिक्त सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं।

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