सड़क हादसे में होने वाली मौतों को रोकने अब शार्ट फिल्मों का सहारा, लोगों को जागरूक करने पुलिस का नया प्रयोग
(आशीष मौर्य के साथ सतीश साहू) : बिलासपुर – छत्तीसगढ़ में सड़क हादसे से होने वाली मौतों को रोकने के लिए अब छत्तीसगढ़ पुलिस शार्ट फिल्मों का सहारा लेगी। पुलिस मुख्यालय ने यह नया प्रयोग किया है। यातायात नियमों के प्रति लोगों को जागरूक करने रायपुर समेत सभी 33 जिलों के लिए 120 सैकेंड की शार्ट फिल्म तैयार करने का फैसला लिया गया है। इसमें खास यह है कि ये फिल्में हिंदी ही नहीं, बल्कि स्थानीय भाषा-बोली में भी तैयार की जाएंगी।
बिलासा गुड़ी में पत्रकारों से चर्चा करते हुए एआइजी ट्रैफ़िक संजय शर्मा ने बताया कि सर्वश्रेष्ठ शार्ट फिल्म बनाने वाले को 80 हजार रूपये, प्रथम उपविजेता को 50 हजार, सेकेंड रनर अप को 30 हजार, सर्वश्रेष्ठ निर्देशक को 25 हजार,सर्वश्रेष्ठ पटकथा को 25 हजार,सर्वश्रेष्ठ सिनेमैटोग्राफी को 25 हजार, सर्वश्रेष्ठ अभिनेता, अभिनेत्री को 25 हजार रूपये का पुरस्कार दिया जायेगा। एक जुलाई से 15 जुलाई तक प्रविष्टिया जमा की जा सकती है।दरअसल सड़क हादसे में होने वाली मौतों को रोकने पुलिस अब शार्ट फिल्मों का सहारा ले रही है,लोगों को जागरूक करने पुलिस का यह नया प्रयोग है. शॉर्ट फिल्म्स में हिंदी ही नहीं, बल्कि स्थानीय भाषा-बोली में तैयार की जाएगी।इनमें गोंडी, हल्बी के अलावा धुर्वा भतरी, संबलपुरी, दोरली, कुडुख, सादरी, बैगानी, दंतेवाड़ा गोंडी, कमारी, ओरिया, सरगुजिया और भुंजिया जैसी भाषा-बोली शामिल है।आम लोग भी अपनी थीम पर शार्ट फिल्में बनाकर पुलिस मुख्यालय को दे सकते है।
पत्रकारों को जानकारी देते हुए आईजी श्री शर्मा ने बताया कि सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक होने के बाद जिलों में डाक्यूमेंट्री फिल्में जारी करने पर रणनीति बनी है।कोई भी अपनी थीम पर यातायात नियमों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए फिल्म बना सकते है। शार्ट फिल्मों को तैयार कर गूगल ग्रिव के माध्यम से मेल कर सकते हैं या aigtraffic.cg @ gmail.com पर लिंक भेज कर सकते हैं।
अगस्त के प्रथम सप्ताह में छत्तीसगढ़ सड़क सुरक्षा लघु फिल्म महोत्सव रायपुर के दीनदयाल आडिटोरियम में होना प्रस्तावित है। प्रतिभागियों के पुरस्कार की घोषणा और वितरण उसी समय किया जायेगा, प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं की विशेष रिपोर्ट तैयार करने के बाद पुलिस मुख्यालय ने आंकड़े जारी किए हैं। इसमें बताया गया कि हर साल 13 हजार से ज्यादा सड़क दुघर्टनाएं हो रही हैं। 2022 में सड़क दुर्घटनाओं में 5800 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। सड़क दुर्घटनाओं के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, इसलिए अब इंटरनेट मीडिया के जरिए लोगों को जागरूक करने विशेष योजना बनाई गई है।