बिलासपुर

आज विश्व फोटोग्राफी दिवस और प्रेस फोटोग्राफी का पुराना इतिहास

बिलासपुर। आज विश्व फोटोग्राफी दिवस है। यह तस्वीर मुझे जीडी नगर वाला के माध्यम से प्राप्त हुई। आज से 25 साल पहले प्रेस फोटोग्राफर संघ ने बिलासपुर में पहली बार फोटोग्राफी प्रदर्शनी का आयोजन किया था और यह पहली प्रदर्शनी की तस्वीर है । जिसमें पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल विधायक के रुप में प्रदर्शनी का शुभारंभ कर रहे हैं। आज से 25 साल पहले पवन चाचा, अपूर्व दास अखिल वर्मा, जीडी नगर वाला जैसे युवा फोटोग्राफर अपने अपने अखबारों के लिए तस्वीर लिया करते थे ।

बड़ी-बड़ी घटनाओं के और राजनेताओं के कार्यक्रमों के और महत्वपूर्ण घटनाक्रम की एक तस्वीर लेने के लिए हम सब में होड़ मचा करती थी। यदि कोई इधर दुर्घटना चक्का जाम या मारपीट की घटना हो जाती थी तो एक एक फोटो के लिए जूझना पड़ता था । चाहे वह रेलवे जोन आंदोलन हो या कोनी में पुलिस ग्रामीणों के बीच मारपीट की घटना या एसईसीएल हेलीपैड में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के सामने पूर्व विधायक की पिटाई का मामला हो ,या भाटापारा के पूर्व विधायक को माफी मंगाने का मामला हो, वकीलों की हड़ताल छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण रेलवे जोन आंदोलन और बड़ी घटनाओं की हम चुनिंदा लोग ही फोटोग्राफी किया करते थे।

एक समय तो पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल के हवाई जहाज का टायर पंचर हो गया चक्का फटा एयरपोर्ट में उनका हवाई जहाज रनवे से अलग हो गया और हवाई जहाज का चक्का पंचर हो गया । बहुत बड़ा हादसा होते-होते बचा था चंपा में अहमदाबाद ट्रेन दुर्घटना के हम गवाह हैं। हम सब उस घटनाक्रम के चश्मदीद गवाह हैं । उस समय एक-एक तस्वीर महत्वपूर्ण होती थी । ब्लैक एंड व्हाइट के जमाने में कौन कितनी अच्छी फोटो खींचेगा किस एंगल से लगा इसे लेकर होड़ मचा करती थी। चाहे गोविंदा की तस्वीर हो या शिल्पा शेट्टी की हेमा मालिनी की हो या मशहूर संगीत का रविंद्र जैन की तस्वीर, अटल बिहारी बाजपेई पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह समेत दिग्गज लोगों के तस्वीर हमें लेने का सौभाग्य मिला । अब तो मोबाइल का जमाना है । अब दुर्लभ ऐसी तस्वीरें नहीं मिलती जीडी नगर वाले के पिता ने नेहरू परिवार की फोटो खींची थी ।

जब राजीव गांधी संजय गांधी बहुत छोटे थे। नेहरू चौक में पंडित जवाहरलाल नेहरू की प्रतिमा नहीं लगी थी, ऐसी भी दुर्लभ तस्वीरें शहर की नगर वाला के पास आज भी है। आज से 26 साल पहले मैंने नगर वाला, पवन भैया के साथ मिलकर शहर में पहली बार फोटो प्रदर्शनी का आयोजन किया था और अपनी खींची हुई दुर्लभ तस्वीर प्रदर्शनी में लगाई थी। उस समय ज्ञान भैया, मनोज शर्मा, कैलाश भैया के साथ ही अनिल टाह अमर अग्रवाल तथा रामाधार कश्यप जी ने हमारी प्रदर्शनी का शुभारंभ किया था। इंडियन जर्नलिस्ट यूनियन के राष्ट्रीय सम्मेलन में मुझे फोटो प्रदर्शनी लगाने का अवसर मिला तथा तत्कालीन राज्यपाल मोतीलाल वोरा तथा तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मेरी खींची हुई तस्वीर की प्रशंसा की थी और मुझे सम्मानित भी किया। विश्व फोटोग्राफी दिवस के अवसर पर 25 साल मुझे राष्ट्रीय फोटो प्रतियोगिता में भाग लेने का अवसर मिला और बिहार में आयोजित प्रतियोगिता में मुझे मेरी तस्वीर के लिए दूसरा स्थान प्राप्त हुआ था। फोटोग्राफी भी एक कला है पवन भैया से अच्छी ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीर कोई नहीं बन सकता था। अपूर्वदास भी अंडर डार्क रूम में ब्लैक एंड व्हाइट फोटो बनाया करते थे।

धीरे-धीरे वक्त बदला कलर तस्वीरों का जमाना आ गया लेकिन अखबार जब डिजिटल हुए तो कलर तस्वीरें प्रकाशित होने लगी और हम सब मोबाइल से कलर फोटो ले रहे हैं। लेकिन पहले का जमाना अलग था आज अलग है हमारे एक भाई सत्य पांडे एक घायल हाथी की फोटो लेकर प्रसिद्धि पाई और हाईकोर्ट तक यह मामला पहुंचा। आज विश्व फोटोग्राफी दिवस है राजू तिवारी भैया को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं प्रेस एवं अखबार के लिए कैसी तस्वीरें लेना है मैंने उनसे सीखा और प्राण भैया से हमे हमेशा उत्साह वर्धन मिला और आज समाचार के साथ तस्वीरें जरूरी भी है। (अखिल वर्मा)

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