तृणमूल कांग्रेस और तृणमूल छात्र परिषद नेआयोजित किया था, केके का कार्यक्रम, भीड़ बहुत हो गई..काम नहीं कर रहे थे एसी
(शशि कोन्हेर) : सिंगर केके पंचतत्व में विलीन हो गए हैं. 2 जून को सिंगर को आखिरी अलविदा कहा गया. केके कोलकाता के नजरूल मंच पर लाइव परफॉर्म कर रहे थे. भीड़ के अचानक से बढ़ने के कारण सिंगर को सफोकेशन महसूस होने लगी. वह होटल के कमरे में गए।
तबीयत में सुधार न होने पर उन्हें जब अस्पताल लेकर जाया गया तो उन्होंने रास्ते में ही दम तोड़ दिया. सिंगर की मौत के कुछ घंटे बाद ही लोगों ने कहना शुरू कर दिया था कि हॉल में कैपेसिटी से ज्यादा लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी. एसी काम नहीं कर रहा था. सिंगर ने इसकी शिकायत कई बार की, लेकिन मैनेजमेंट ने एक न सुनी.
31 मई को हुए इस इवेंट को कोलकाता बेस्ड इवेंट मैनेजमेंट कंपनी ब्लैक आई इवेंट्स हाउस ने ऑर्गेनाइज किया था. गुरुदास कॉलेज के स्टूडेंट विंग ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस- ऑल इंडिया तृणमूल छात्र परिषद ने पूरे इवेंट का इंतजाम कंपनी से कराया था।
इसी कंपनी ने विवेकानंद कॉलेज के फेस्ट को ऑर्गेनाइज किया था. 30 मई को हुए इस फेस्ट में भी केके ने ही लाइव परफॉर्म किया था. इंडिया टुडे संग बातचीत में गुरुदास कॉलेज के स्टूडेंट यूनियन सुमन होरे ने कहा कि उन्होंने इवेंट ऑर्गेनाइज करते हुए हर तरह के प्रोटोकॉल को फॉलो किया था.
स्टूडेंट यूनियन ने दी सफाई
सुमन ने कहा, “हमने कॉलेज स्टूडेंट्स को ही केवल पास दिए थे. हर प्रोटोकॉल को फॉलो किया था. कोलकाता पुलिस से भी इजाजत ली हुई थी. 30-35 बाउंसर्स थे. पुलिस और एम्बुलेंस भी मौके पर मौजूद थी. करीब 3500 कॉलेज स्टूडेंट्स को पास दिए गए. करीब पांच हजार लोग इस इवेंट को देखने के लिए आए।
हम नहीं जानते कि आखिर ये लोग आए कहां से एंट्री गेट से लोगों ने कूदना शुरू कर दिया था. हमारे वॉलेंटियर्स ने क्राउड को रोकने की कोशिश की, लेकिन वे नाकामयाब रहे. ऑडिटोरियम के एसी काम नहीं कर रहे थे. हालांकि, केके ने शो के दौरान किसी भी तरह की परेशानी की कम्प्लेंट नहीं की.”
2 जून को सिंगर केके का अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान परिवार और दोस्तों ने उन्हें नम आंखों से अलविदा कहा. रबिंद्र सदन में केके को गन सैल्यूट दिया गया था. इसके अलावा कोलकाता की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी केके को श्रद्धांजलि अर्पित की थी. इसके बाद केके को फ्लाइट से शाम में मुंबई उनके घर लेकर आया गया. केके अपने पीछे पत्नी और दो बच्चों को छोड़कर गए हैं।