‘शिवसेना’ बचाने को SC की शरण में उद्धव ठाकरे…..कल दायर होगी याचिका
(शशि कोन्हेर) : चुनाव आयोग (ईसी) द्वारा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट को असली शिवसेना घोषित करने और उसे ‘धनुष और तीर’ का चुनाव चिह्न दिए जाने के बाद उद्धव ठाकरे कल सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। उद्धव खेमा कल चुनाव आयोग के आदेश पर रोक लगाने की मांग करेगा। सूत्रों ने बताया कि उद्धव खेमा पोल बॉडी के आदेश में “तथ्यात्मक” गलतियों को चुनौती देगा। उद्धव ठाकरे के गुट के मुताबिक, चुनाव आयोग ने अपने आदेश में कहा है कि शिवसेना के संविधान में संशोधन अलोकतांत्रिक है, जो कि गलत है। उधर, शिंदे गुट ने भी सुप्रीम कोर्ट में कैविएट दायर की है।
उद्धव गुट ने दावा किया है कि जुलाई 2022 में एकनाथ शिंदे की बैठक में चुनाव आयोग द्वारा उसी संविधान को स्वीकार किया गया था। उद्धव खेमे ने दावा किया है कि चुनाव आयोग का आदेश असंगत है और चूंकि शिंदे समूह संगठनात्मक पक्ष में कमजोर था, इसलिए चुनाव निकाय ने जानबूझकर पार्टी के संविधान को अलोकतांत्रिक बताया है और इसे बहुमत के आधार पर तय करने के लिए अलग रखा है।
उद्धव समूह इस मुद्दे को भी सुप्रीम कोर्ट में उठाने जा रहा है कि चुनाव निकाय ने केवल निर्वाचित उम्मीदवारों (सांसदों और विधायकों) द्वारा लिए गए वोटों पर निर्भरता की बात कही है। इस बीच, शिंदे समूह ने शीर्ष अदालत में एक कैविएट दायर की है जिसमें कहा गया है कि कोई भी फैसला सुनाने से पहले इस मुद्दे में उनका पक्ष सुना जाना चाहिए।
उद्धव ठाकरे ने शनिवार को अपने समर्थकों से पार्टी के ‘धनुष और तीर’ चिन्ह चुराने वाले ‘चोर’ को सबक सिखाने को कहा। उपनगर बांद्रा में ठाकरे आवास ‘मातोश्री’ के बाहर पार्टी कार्यकर्ताओं को सनरूफ वाली कार से संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें चुनाव की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए।
गौरतलब है कि उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका देते हुए चुनाव आयोग ने शुक्रवार को सीएम शिंदे के नेतृत्व वाले समूह को ‘शिवसेना’ नाम और उसका चुनाव चिन्ह ‘धनुष और तीर’ आवंटित किया। यह पहली बार है कि ठाकरे परिवार ने उस पार्टी का नियंत्रण खो दिया है जिसकी स्थापना 1966 में बाल ठाकरे ने की थी।