UGC ने देश के 24 विश्वविद्यालयों को किया फर्जी घोषित….
नई दिल्ली – देश में फर्जी शिक्षण संस्थानों की बढ़ती संख्या को देखते हुए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने 24 संस्थानों को फर्जी घोषित कर दिया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सोमवार को लोकसभा में इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 2 यूनिवर्सिटी को मानदंडों का उल्लंघन करते हुए पाया गया है, जिनकी जांच चल रही है।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि छात्रों और उनके अभिभावकों के साथ-साथ आम जनता और इलेक्ट्रॉनिक प्रिंट मीडिया के माध्यम से मिली शिकायतों के आधार पर 24 यूनिवर्सिटी को फर्जी घोषित किया गया है। आपको बता दें कि लोकसभा में एक लिखित सवाल के जवाब में शिक्षा मंत्री ने ये जानकारी दी।
आपको बता दें कि UGC ने जिन 24 यूनिवर्सिटी को फर्जी घोषित किया है, उनमें उत्तर प्रदेश की सबसे अधिक 8 यूनिवर्सिटी शामिल हैं। इनमें वाराणसी का वाराणसी संस्कृत विश्वविद्यालय, महिला ग्राम विद्यापीठ, इलाहाबाद; गांधी हिंदी विद्यापीठ, इलाहाबाद; नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ़ इलेक्ट्रो कॉम्प्लेक्स होम्योपैथी, कानपुर; नेताजी सुभाष चंद्र बोस मुक्त विश्वविद्यालय, अलीगढ़; उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय, मथुरा; महाराणा प्रताप शिक्षा निकेतन विश्वविद्यालय, प्रतापगढ़ और इंद्रप्रस्थ शिक्षा परिषद, नोएडा का नाम शामिल है।
इसके अलावा राजधानी दिल्ली की भी 7 यूनिवर्सिटी इस लिस्ट में शामिल है। इनमें वाणिज्यिक विश्वविद्यालय लिमिटेड, संयुक्त राष्ट्र विश्वविद्यालय, व्यावसायिक विश्वविद्यालय, एडीआर केंद्रित न्यायिक विश्वविद्यालय, भारतीय विज्ञान और इंजीनियरिंग संस्थान, स्वरोजगार के लिए विश्वकर्मा मुक्त विश्वविद्यालय और आध्यात्मिक विश्वविद्यालय का नाम शामिल है।
फर्जी यूनिवर्सिटी की लिस्ट में पश्चिम बंगाल और ओडिशा की 2-2 यूनिवर्सिटी का नाम शामिल है। इनमें पश्चिम बंगाल में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव मेडिसिन, कोलकाता और इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव मेडिसिन एंड रिसर्च, कोलकाता और ओडिशा की नवभारत शिक्षा परिषद, राउरकेला और नॉर्थ उड़ीसा यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी का नाम शामिल है।
इसके अलावा श्री बोधि एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन, पुडुचेरी क्राइस्ट न्यू टेस्टामेंट डीम्ड यूनिवर्सिटी, आंध्र प्रदेश; राजा अरबी विश्वविद्यालय, नागपुर; सेंट जॉन्स यूनिवर्सिटी, केरल और बड़गंवी सरकार वर्ल्ड ओपन यूनिवर्सिटी एजुकेशन सोसाइटी, कर्नाटक का भी फर्जी लिस्ट में नाम है।
वहीं जिन 2 यूनिवर्सिटी के खिलाफ जांच चल रही है, उनमें भारतीय शिक्षा परिषद, लखनऊ, यूपी और भारतीय योजना और प्रबंधन संस्थान, कुतुब एन्क्लेव, नई दिल्ली का नाम शामिल है। इन विश्वविद्यालयों को यूजीसी अधिनियम 1956 का उल्लंघन करते हुए पाया गया है।