UP ATS ने सहारनपुर से आतंकी को किया गिरफ्तार, नूपुर शर्मा की हत्या की रच रहा था साजिश
(शशि कोन्हेर) : स्वतंत्रता दिवस से पहले उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता (UP ATS) को एक और सफलता हाथ लगी है। बड़ी साजिश को नाकाम करते हुए सहारनपुर से एक और आतंकी मुहम्मद नदीम को गिरफ्तार किया गया है।
यह आतंकी जैश-ए-मुहम्मद और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान से जुड़ा है। पूछताछ में पता चला है इसे भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की हत्या का टास्क दिया गया था।
इससे पहले उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता ने आजमगढ़ से आतंकी सबाउद्दीन आजमी को गिरफ्तार कर इस खतरनाक साजिश को नाकाम किया था। आरोपित आजमी आतंकी संगठन आईएसआईएस के सीधे संपर्क में था।
इस गिरफ्तारी के तीन दिन बाद ही एटीएस ने सहारनपुर निवासी आतंकी मोहम्मद नदीम को गिरफ्तार किया है। नदीम के पास से कई आईईडी कार्ड और बम बनाने व फिदाई फोर्स का प्रशिक्षण साहित्य बरामद हुआ है। नदीम जैश-ए-मुहम्मद समेत अन्य आतंकी संगठनों से सीधे जुड़ा था और वह फिदायीन हमले की तैयारी कर रहा था।
एटीएस की पूछताछ में पता चला कि नदीम ने आतंकवादियों को लगभग 30 से ज्यादा वर्चुअल नंबर, वर्चुअल सोशल मीडिया आईडी बनाकर उपलब्ध कराए हैं। साथ ही तहरीक-ए-तालिबार पाकिस्तान के आंतकी सैफुल्ला ने उसको फिदायीन हमले के लिए तैयार करने के लिए की ट्रेनिंग सोशल मीडिया के जरिए दी गई थी।
एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार के अनुसार सहारनपुर के ग्राम कुंडा कला निवासी नदीम को गिरफ्तार कर उसके विरुद्ध लखनऊ स्थित एटीएस थाने में विधिविरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
खुफिया एजेंसियों से नदीम के आतंकी संगठनों के संपर्क में आकर फिदायीन हमले की तैयारी किये जाने की सूचना मिली थी। एडीजी के अनुसार नदीम के मोबाइल की पड़ताल करने पर कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आये।
एक पीडीएफ फाइल मिली, जिसका शीर्षक एक्सप्लोसिव कोर्स फिदाए फोर्स है। उसके मोबाइल से पाकिस्तान व अफगानिस्तान में बैठे जैश-ए-मुहम्मद समेत अन्य आतंकी संगठनों के सक्रिस सदस्यों से की गई चैटिंग व वाइस मैसेज भी मिले हैं।
फिदाए फोर्स के बारे में गहनता से पूछताछ किये जाने पर नदीम ने बताया कि वह वर्ष 2018 से जैश-ए-मुहम्मद व अन्य आतंकी संगठनों से वाट्सएप, टेलीग्राम, आइएमओ, फेसबुक मैसेंजर, क्लब हाउस समेत इंटरनेट मीडिया के अन्य प्लेटफार्म के माध्यम से लगातार संपर्क में था।
आतंकियों से उसने वर्चुअल नंबर बनाने का भी प्रशिक्षण लिया था। नदीम ने आतंकियों को 30 से अधिक वर्चुअल नंबर व वर्चुअल इंटरनेट मीडिया आइडी उपलब्ध कराई थीं। इनके बारे में और गहनता से छानबीन की जा रही है।
जैश-ए-मुहम्मद के आतंकी सैफुल्ला ने फिदायीन हमले के लिए नदीम को एक्सप्लोसिव कोर्स फिदाए फोर्स का साहित्य उपलब्ध कराया था। एटीएस अधिकारियों का कहना है कि नदीम किसी सरकारी भवन अथवा पुलिस परिसर में फिदायीन हमले की योजना बना रहा था।
उल्लेखनीय है कि नौ अगस्त को पकड़ा गया सबाउद्दीन बम धमाका करने की योजना बना रहा था और उसके कब्जे से बम बनाने के उपकरण भी बरामद हुए थे। एटीएस सबाउद्दीन व नदीम के आपसी कनेक्शन भी खंगाल रही है।
आतंकी संगठन नदीम को विशेष प्रशिक्षण देने के लिए पाकिस्तान भी बुला रहे थे। इसके लिए वह वीजा लेकर पाकिस्तान ताने की तैयारी भी कर रहा था। जैश-ए-मुहम्मद के आतंकियों से ट्रेनिंग लेने के बाद उसकी योजना सीरिया व अफगानिस्तान जाने की भी थी।
एक के बाद दो आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद प्रदेश में सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर सतर्कता और बढ़ा दी गई है। अलर्ट जारी कर सभी जिलों में पूरी मुस्तैदी बरते जाने व संदिग्धों पर कड़ी नजर रखे जाने का निर्देश दिया गया है। एटीएस ने नदीम से जुड़े रहे कुछ अन्य युवकों के बारे में भी छानबीन तेज की है।