(आशीष मौर्य) : बिलासपुर – जिले में एक बार फिर सूदखोरों के चक्कर में फंसकर आत्महत्या करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पूर्व में शर्मा परिवार के मुख्या ने सूदखोर की धमकियों से तंग आकर आत्महत्या कर ली। इधर घटना के बाद पुलिस ने सुधखोर को सलाखों के पीछे भेज दिया है।
पुरा मामला सरकंडा थाने का है जहां शताब्दी नगर सोनगंगा कालोनी निवासी सुमित कुमार शर्मा ने 8 फरवरी को अपने घर में फांसी लगा ली।जिसे परिजनों ने आनन-फानन में अपोलो हॉस्पिटल एडमिट कराया जहां 9 फरवरी को इलाज के दौरान सुमित कुमार शर्मा की मौत हो गई। जिसके बाद आरोपी सूदखोर के खिलाफ मृतक की पत्नी ने शिकायत दर्ज कराई है।
जहाँ उन्होंने जानकारी देते हुए बताया है कि मृतक ने आत्म हत्या के पूर्व अपने मोबाइल पर एक वीडियो रिकॉर्डिंग मिली जिसमे मृतक द्वारा कृष्णा राठौर द्वारा उधार के पैसे वापस मांगने के लिए प्रताड़ित करना बताया साथ ही उधार के पैसे वसूलने के लिए मृतक के आई 10 कार CG 10 AG 4882 को अपने घर में रख लेना बताया और इन्ही बातो से प्रताड़ित हो कर आत्महत्या करना बताया था।
जिसपर मृतक की पत्नी श्रेया सुमन शर्मा की शिकायत पर सरकंडा पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की। जहां शुक्रवार को पुलिस ने आरोपी को मृतक की गाड़ी के साथ गिरफ्तार कर लिया है।
जानिए क्या था पूरा मामला –
बिलासपुर में सूदखोर की प्रताड़ना से तंग आकर एक और जिंदगी असमय काल कवलित हो गई। बिलासपुर में कभी सूदखोरों के खिलाफ अभियान चलाया गया था । लगता है इसकी एक बार फिर से जरूरत है। कुछ दिनों पहले भी सूदखोर की प्रताड़ना से तंग आकर एक व्यापारी ने खुदकुशी कर ली थी। इस बार सोन गंगा कॉलोनी सरकंडा में रहने वाले सुमित शर्मा ने फांसी लगाकर जान दे दी। फांसी लगाने से पहले उन्होंने बाकायदा वीडियो बनाकर अपनी पत्नी को संबोधित करते हुए बताया कि रामा ग्रीन सिटी में रहने वाले कृष्णा राठौर से उन्होंने 3 लाख रुपये ब्याज पर उधार लिया था।
मूलतः बिहार के रहने वाले सुमित शर्मा सीएमडी कॉलेज के पास सुमित बुक डिपो नाम से बुक स्टॉल चलाते थे, लेकिन कोरोना काल के दौरान उनकी दुकान बंद हो गई। जिसके बाद उन्होंने अपने घर के पास ही नया व्यवसाय शुरू किया। इसके लिए उन्होंने 3 लाख रुपए का कर्जा लिया था। सुमित शर्मा की पत्नी एसबीआई मोपका में नौकरी करती है। सुमित अपनी पत्नी और 4 साल की बेटी के साथ सोन गंगा कॉलोनी में किराए के मकान में रहता था।
सुमित शर्मा का कहना था कि पूरी रकम चुकाने के बाद भी कृष्णा राठौर उससे अतिरिक्त डेढ़ लाख रुपए की मांग कर रहा था, उसके पास देने को फूटी कौड़ी नहीं थी इसलिए कृष्णा राठौड़ जबरन उसकी कार उठा ले गया था। संकोच में सुमित शर्मा ने अपने परिवार को बताया कि उसकी कार सर्विसिंग के लिए गई है। इधर वह लगातार कार वापस पाने के लिए कृष्णा राठौर को फोन लगाता रहा, जिसकी रिकॉर्डिंग भी सामने आई है। लेकिन कृष्णा राठौड़ का दिल नहीं पसीजा ।
तंग आकर गुरुवार को सुमित शर्मा ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। फांसी लगाने से पहले सुमित ने अपनी पत्नी को फोन कर घर जल्दी आने को कहा । पत्नी जब घर पहुंची तो उसने फांसी के फंदे पर लटकती सुमित की लाश देखी। जिसके बाद घबरा कर उन्होंने तुरंत सुमित के पिता लल्लन शर्मा को फोन लगाया। आनन-फानन में परिजन फांसी के फंदे से सुमित को उतारकर अपोलो अस्पताल ले गए ,जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।
सुमित की शादी 2015 में हुई थी। शादी के बाद उनका परिवार खुशहाल था, लेकिन एक सूदखोर की वजह से पूरा परिवार तबाह हो गया। सुमित की मासूम 4 वर्ष की मासूम बेटी अनाथ हो गई, जिसे यह भी नहीं पता कि अब उसके पिता इस दुनिया में नहीं है। जांच के दौरान वीडियो सुसाइड नोट सामने आया, जिसके बाद सरकंडा पुलिस ने धारा 306 के तहत आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में कृष्णा राठौर को गिरफ्तार कर लिया है। वीडियो में सुमित शर्मा ने अपनी पत्नी से इच्छा जाहिर की थी कि कृष्णा राठौर को फांसी की सजा मिले।