सड़क के लिए सड़क पर उतरे ग्रामीण, किया सड़क जाम तो मिली सड़क…..
सूरजपुर । जिले के भैयाथान ब्लॉक के ग्राम पलमा में शुक्रवार को ग्रामीणों ने सड़क की मांग को लेकर सड़क जाम कर दिया। सड़क भी ऐसी कि कल तक जहाँ सड़क थी आज वहाँ घर बन गए तो आवागमन रुक गया और अब ग्रामीण चाहते है कि उन्हें चलने के लिए जगह तो मिले, मौके पर पहुँचे प्रशासनिक अमले ने सम्बंधित व्यक्ति से बात कर समस्या का समाधान निकाला है तब ग्रामीणों ने चक्का जाम समाप्त किया। बताया गया है कि शुक्रवार को पलमा के ग्रामीण इस बात को लेकर बेहद खफा है कि उनकी सड़क गई कहाँ..? वे कल तक जिस स्टेट हाईवे से खेत, कब्रिस्तान व शमसान तक जाने हेतु मिट्टी मुरूम का रास्ता बना हुआ था वह कहां गया। इस पर बीते कई वर्षों से आवागमन होता रहा लेकिन एक वर्ष पूर्व सीमांकन के पश्चात उक्त सड़क रामधनी राजवाड़े के नाम पर होना बताया गया जिस पर राजवाड़े ने बिना देरी किए आनन फानन में उक्त सड़क पर घर व दुकान बना लिया जिससे सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गया। जबकि दूसरी बार सीमांकन हुआ तो राजस्व अभिलेख अनुसार सड़क स्व जगदीश गुप्ता के काबिज भूमि को बताया गया ,जिस पर उनका घर बना हुआ है। ऐसे में ग्रामीणों के लिए मुसीबत खड़ी हो गई और बतौर नाराजगी ग्रामीण प्रतापपुर भैयाथान सड़क जाम कर अपने गुस्से का इजहार किया और सड़क निर्माण की मांग की। इसकी सूचना पर तहसीलदार अमित केरकेट्टा व चौकी प्रभारी अनुराधा बनोदे मौके पर पहुँच कर बात की ओर समझाईश पर बेवा मंजू गुप्ता ने एक तरफ का घर तोड़कर आवागमन हेतु मार्ग देने पर सहमति दी जिसके बाद ग्रामीणों ने चक्काजाम समाप्त कर दिया गया।इस दौरान सरपंच,पटवारी वीरेंद्र जायसवाल सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहे।
घर मे सड़क या सड़क में घर…?
बीते 50 वर्षों से पलमा के ग्रामीण स्टेट हाईवे से कब्रिस्तान, शमसान व अपने खेतों तक खेती कार्य हेतु ट्रैक्टर ले जाने हेतु उक्त मिट्टी मुरूम सड़क का उपयोग करते रहे लेकिन एक वर्ष पूर्व राजस्व विभाग के सीमांकन के बाद उक्त सड़क एक व्यक्ति के नाम पर निकल गया और उस व्यक्ति ने तत्काल घर मकान बना दिया जिससे मार्ग बाधित हो गया। जबकि सड़क निर्माण के समय ग्राम पंचायत का प्रस्ताव खसरा नक्शा व स्थल निरीक्षण पश्चात कार्य की स्वीकृति दी जाती है। ऐसे में निजी भूमि में सड़क निर्माण की स्वीकृति कैसे मिली ? अगर उस समय उक्त भूमि शासकीय था तो अब पट्टे की भूमि आखिर कैसे हो गई? यह जांच का विषय है और इसकी जिम्मेदारी तय होंनी चाहिए।