छत्तीसगढ़

दो जंगली हाथियों के उत्पात से दहशत में ग्रामीण, घर तोड़े और नष्ट की फसल

(शशि कोनहेर) : सीतापुर: देर रात पड़ोसी जिला जशपुर से आये दो सदस्यीय जंगली हाथियों ने गांव में जमकर मचाया उत्पात। इस दौरान हाथियों ने चार घरों को क्षतिग्रस्त करते हुए खेत मे लगे फसलों को भी नुकसान पहुँचाया। जानकारी के बाद मौके पर पहुँचे वन विभाग के अधिकारियों ने लोगो को जंगली हाथियों से छेड़छाड़ न करने और उनसे दूर रहने की सलाह दी हैं। फिलहाल, दो सदस्यीय हाथियों का दल गाँव से दूर जंगलों में डेरा जमाए हुए हैं।

जानकारी मुताबिक़, देर रात पड़ोसी जिला जशपुर के जंगलों से भटक कर दो सदस्यीय जंगली हाथी ग्राम बगडोली पहुँचा। जिस वक्त जंगली हाथी गांव पहुँचे लोग गहरी नींद में सो रहे थे। गांव में घुसते ही जंगली हाथियों ने उत्पात मचाना शुरू कर दिया। हाथियों दल ने तोड़फोड़ करते हुए राजेश पिता रामविरंजन, राजू पिता लाभों, बिंदर पिता कमलसाय और रामप्रसाद पिता बसंत के घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया।

गांव में प्रवेश करने से पहले जंगली हाथियों ने खेतो में लगा गन्ना धान व टमाटर की फसलों को काफी नुकसान पहुँचाया। आधी रात हाथियों द्वारा गांव में घुसकर तोड़फोड़ करने की घटना सुन पूरा गांव जाग उठा। जिसके बाद गांव के लोग इकट्ठे होकर पूरी सूझबूझ के साथ जंगली हाथियों को गांव से बाहर खदेड़ दिया।

सूचना के बाद मौके पर पहुँचे वन विभाग के अधिकारी कर्मचारियों ने पीड़ित परिवार के यहाँ जाकर हथियों द्वारा किये गए नुकसान का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने लोगो को जंगली हाथियों से छेड़छाड़ नही करने उनसे दूर रहने एवं जंगल न जाने की सलाह दी। फिलहाल, दोनों जंगली हाथी गांव से दूर सरगुजा एवं जशपुर के सरहद पर स्थित जंगल मे डेरा जमाए हुए हैं।

इस संबंध में वनपरिक्षेत्राधिकारी विजय कुमार तिवारी ने बताया कि, लोगों को जंगली हाथियों से दूर रहने की सलाह दी गई हैं। साथ ही, जंगली हाथियों के हलचल पर भी नजर रखी जा रही हैं।हाथियों द्वारा फसल व घरों के नुकसान का आंकलन किया जा रहा हैं। आंकलन के बाद प्रभावितों को नुकसान का मुआवजा राशि दिया जायेगा।

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