देखें VIDEO : शारदीय (क्वांर) नवरात्र की “साते रात” को, तखतपुर में काली माता ने सबको दिये साक्षात दर्शन… लपलपाती तलवार,खप्पर लिए माता तखतपुर में गश्त करती रही और लोगों की भीड़ जयकारा लगाती रही… काली मैया की जय..!
बिलासपुर – कल रविवार को, यह कोई पहला मौका नहीं था.. जब तखतपुर में नवरात्र की “साते रात” को लपलपाती तलवार लिए मां काली पूरे तखतपुर में हंगामें के साथ गश्त करती रही। और उनके आगे पीछे चल रहा श्रद्धालुओं का जन समुद्र काली मैया की जय जय कार के शोर से आसमान सर पर उठाता रहा।
किस्मत वाले हैं तखतपुर के श्रद्धालु नागरिक.. जो हर बार नवरात्र की “साते रात” को मां काली की सवारी के दर्शन पा जाते हैं। मां की सवारी टिकरापारा निवासी दिनेश निर्मलकर के घर से धूम-धड़ाके के साथ जो एक बार शुरू होती है तो श्रद्धालुओं के रोंगटे खड़े हो जाते हैं।। पूरा तखतपुर मानो इस नजारे का दर्शन करने और माता का आशीर्वाद प्राप्त कर दैहिक-दैविक तथा भौतिक संताप से मुक्ति पाने के लिए उन रास्तों की ओर दौड़ पड़ता है जहां से मां काली की सवारी पूरे धूम-धड़ाके के साथ गुजरा करती है।
मां का स्वरूप ऐसा होता है कि विघ्न बाधाएं उनको देखते ही रफूचक्कर हो जाती है। खप्पर तलवार, नींबू और श्रृंगार से सजी धजी माता काली, टिकरापारा से निकलकर मंडी चौक होते हुए मां महामाया काली मंदिर से चंडी देवी के दरबार में पहुंचकर कुछ देर वही ठहरने के बाद फिर से पूरे नगर में गश्त कर वापस उसी घर में लौट जाती है यहां से रवानगी शुरू की थी। पूरे क्षेत्र में मां काली की तखतपुर गश्त के प्रति श्रद्धा और आस्था जिस गति से निरंतर उफान मारती जा रही है। उसी गति से इस मौके पर मां के दर्शन कर अपने मन को तृप्त करने वालों का सैलाब भी बड़ा होता जा रहा है।
अब तो तखतपुर के बाहर अलग-अलग जगह से भी श्रद्धालु “साते रात” को माता का दर्शन कर उनसे (घर परिवार समेत) अपने रोग शोक दुख दरिद्र और चिंताओं का नाश करने का आशीर्वाद मांगते हैं..! (वरुण सिंह के फेसबुक वॉल से)