(देखें वीडियो) : बिलासपुर की सड़कों पर… कुछ इस तरह “मंडे से संडे तक”.. बेजा कब्जा किए रहता है, बेजा कब्जाधारियों का “संडे बाजार”
(शशि कोन्हेर के साथ जयेन्द्र गोले) : बिलासपुर। बिलासपुर शहर के मुख्य मार्ग में कोरोना चौक से लेकर गोल बाजार तक लगने वाला संडे बाजार अब पूरे शहर का सरदर्द बनता जा रहा है। बीते विधानसभा चुनाव के पहले जब इन्हें पुलिस प्रशासन और नगर निगम के द्वारा बेदखल किया जा रहा था. तब शहर के लोगों ने ही इन पर मेहरबानी करके बेदखली कार्रवाई को रोक दिया था। कायदे से संडे बाजार में सड़कों के दोनों किनारों और सड़कों के ऊपर भी कब्जा जमाए बैठने वाले संडे बाजारियो़ को बिलासपुरवासियों और नगर निगम तथा पुलिस प्रशासन का आभारी होना चाहिए.. जो उन्होंने इनकी रोजी रोटी को देखते हुए सप्ताह में 1 दिन संडे बाजार की छूट सी दे दी। हालांकि इस बाजार से शहर वालों को कितनी तकलीफ होती है। इसकी जानकारी गोंडपारा में रहने वालों से ली जा सकती है। वहीं गांधी चौक से लेकर देवकीनंदन चौक तक मुख्य मार्ग पर संडे के दिन आना बहुत ही मुश्किल हो होता जा रहा है।
तकलीफ की बात यह है कि सदर बाजार और गोल बाजार में सड़क किनारे तक सीमित रहने वाले संडे बाजार के बेजा कब्जाधारी अब एक ओर गांधी चौक तक.. वहीं दूसरी ओर सदर बाजार के आगे देवकीनंदन चौक से भी आगे बढ़ते जा रहे हैं। और तकलीफ यह है कि गोल बाजार सदर बाजार के अलावा खासकर सिम्स चौक से लेकर देवकीनंदन चौक तक सड़क पर दुकान लगाने वाले बेजा कब्जाधारी अब सोमवार से रविवार तक अर्थात हर दिन सड़कों पर अपनी टांग पसारे रहते हैं। सवाल यह उठता है कि क्या नगर निगम ने इन बेजा कब्जा धारियों को संडे बाजार की आड़ में सप्ताह के सातों दिन बेजा कब्जा कर दुकानें लगाने की छूट दे दी है..? या फिर इन बेजा कब्जाधारियों को शहर के सीने पर मुंग दलने का वरदान दे दिया गया है। सिम्स की चहारदीवारी पर सातों दिन संतोष भवन से लेकर सिम्स चौक तक लगभग डेढ़ सौ मीटर लंबी कपड़ों की जो दुकान लगी रहती है। उसे फुटपाथ व्यवसाई तो नहीं कर सकते। इसके पीछे जरूर कोई ना कोई सेठ साहूकार संडे बाजार की आड़ में बेजा कब्जा कर अपना धंधा कर रहा है। नगर निगम के महापौर,आयुक्त बिलासपुर के कलेक्टर और पुलिस प्रशासन से आग्रह है कि अगर वे संडे बाजार के नाम से सड़कों पर बेजा कब्जा करने वालों के साथ दरियादिली दिखाना ही चाहते हैं तो इसे केवल “संडे”तक ही सीमित रखें।
देवकीनंदन चौक से गांधी चौक तक सोमवार से रविवार तक हर दिन सड़कों पर बेजा कब्जा कर दुकानें लगाने वालों को हर हाल में सजा मिलनी चाहिए। सभी को यह मान लेना चाहिए कि बिलासपुर में बेजा कब्जा और वह भी सड़क के किनारे बेजा कब्जा की समस्या अब नासूर बनती जा रही है। अगर अभी भी पूरी दमदार इसे ऑपरेशन कर इसका इलाज नहीं किया गया तो यह बिलासपुर में देवकीनंदन चौक से गांधी चौक तक लोगों का सड़क पर चलना मुश्किल कर देंगी।