छत्तीसगढ़

बढते गर्मी के साथ तेजी से घटने लगा जलस्तर — जनजीवन प्रभावित

(मुन्ना पांडेय) : लखनपुर+(सरगुजा)
  तालाबों का नगरी कहा जाने वाला लखनपुर के तालाब ही नहीं बल्कि सरगुजा के प्रथम सिंचाई परियोजना के नाम से विख्यात कुंवरपुर जलाशय  भी भीषण गर्मी के चपेट में आ कर सूखने लगा है ।गर्मी ऐसा कि झुलसाने लगी है।  गर्मी भी गर्मी से शीतलता के लिए पनाह मांगने लगा है।  लखनपुर  तालाबों का एक इतिहास रहा है। कभी नहीं सुखने वाले प्राचीन बड़े बड़े तालाब भी गर्मी में सुख रहे हैं ।

इसके अलावा कुंवरपुर बांध का जल स्तर घटने लगा है।    दूरस्थ ग्रामीण इलाकों में पेयजल संकट गहराने लगा है  हेडपपो ने भी दम तोड़ने शुरू कर दिए हैं प्यासे जनजीवन ही नहीं अपितु हेडपंप खुद बूंद बूंद के लिए तरस रहे हैं ।सूरतेहाल ऐसा है कि नदी तालाब  जल सरोवर पोखर भी खुद प्यासे नज़र आने लगे हैं। गांवों में कहीं कहीं हेडपंप बिमार ग्रस्त खराब हालत में शोपीश बने पड़े हुए हैं। 

कुछ हेडपपो में जल    उपलब्धता थम सा गया है।   विभाग को  परवाह होने चाहिए -नहीं है ।  तपीश के कारण नगर गांव के गली गलियारों में  सन्नाटा पसरने लगा है लू से बचने लोग घर से बाहर निकलना मुनासिब नहीं समझ रहे। कुंवरपुर बांध सहित लखनपुर के बोहिता तालाब, देवतालाब बभनी तालाब जैसे  प्राचीन जलस्त्रोत सुखते जा रहे हैं।  आने वाले महीनों में जल स्त्रोतों से जल स्तर घटने के अनुमान लगाया जा रहा है।
तापमान  में इजाफा हुआ है यही कारण है ग्रामीण अंचलों में पेयजल की समस्या गहराने लगा है।

इसका मुख्य कारण   हेडपंपो  का ख़राब होना तथा हेडपपो से अपेक्षाकृत कम पानी का निकलना इस दृष्टि से ख़राब हेडपपो की मरम्मत जरूरी है । ब्लाक क्षेत्र के ग्राम पंचायत जमगला महुआ टिकरापारा ग्राम मुकुन्दपुर  के ग्रामवासी खराब हेडपंप के कारण शुद्ध पेयजल की समस्या से जूझ रहे हैं।

  नलजल योजना के तहत गांवों में कराया जा रहा नल कनेक्शन कार्य  काफी धीमी गति से कराये जाने की भी बात सामने आ रही है। यदि नलजल योजना के तहत समय पर पाइप लाइन विस्तार हो जाता और पानी सप्लाई की जाती तो काफी हद तक पानी की समस्या से छुटकारा मिल सकता था। बहरहाल गर्मी का तेवर दिन ब दिन बढने लगा है। बढते गर्मी के वजह से जनजीवन प्रभावित हैं।

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