बुधवारी बाजार सब्जी मंडी अग्निकांड – लगभग 100 दुकानें जली है-पुलिस कह रही 15 और रेलवे पुलिस कह रही है केवल 5 दुकान जली.. पीड़ित महिला कह रही…जेन कहत हे कि सिरिफ 15 दुकान जले हे ओकर आंखी फूट जाय.. इस अग्निकांड का सच हम आपको बता रहे हैं। बतौर सबूत मौके के फोटोग्राफ और पीड़ितों के बयान (वीडियो) देखे
(शशि कोन्हेर के साथ जयेन्द्र गोले) : बिलासपुर। बुधवारी बाजार के सामने सब्जी मंडी में आज तड़के सुबह 4 बजे लगी आग ने सब कुछ राख कर दिया है। इस अग्निकांड में 80 से अधिक और लगभग 100 बड़ी छोटी बड़ी दुकानें जलकर राख हो गई है। लेकिन तोरवा के थाना प्रभारी कर रहे हैं कि सिर्फ 15 दुकानों को आग के कारण क्षति पहुंची है।
जिनकी भी दुकानें जली है वह हर दिन रोजी मजदूरी करके सब्जी बेचकर किसी तरह अपने परिवार का पालन पोषण किया करते हैं। आज जब यह गहरी नींद में थे तब पता नहीं कैसे उनकी रोजी-रोटी चलाने वाली दुकानों को तड़के सुबह 4 बजे लगी आग ने राख कर दिया। रोज कमाने और रोज खाने वाले इन पीड़ित लोगों के सामने समस्या यह है कि अब अपनी दुकान बनाएं या रोजी-रोटी का कोई इंतजाम करें।
पीड़ित लोगों को तोरवा थाना प्रभारी और आरपीएफ के उन अधिकारियों के खिलाफ काफी गुस्सा है जो यह दावा कर रहे हैं कि यहां केवल 15 दुकानें ही आग की चपेट में आई हैं। रेलवे पुलिस तो उनकी संख्या केवल आठ बता रहे हैं।
जबकि सब्जी मंडी में चारों तरफ केवल राख ही राख बिखरी हुई है। यह समझ में नहीं आता कि इस अग्निकांड के पीड़ित गरीब गुरबा लोग जब किसी तरह मदद की गुहार लगा रहे हैं तब तोरवा थाना प्रभारी और रेलवे पुलिस पीड़ितों की संख्या कम बताने में अधिक रूचि ले रहे हैं।
कायदे से इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए। और जिन भी सब्जी विक्रेताओं तथा गुमटियों और ठेले वालों की रोजी-रोटी आग में जलकर राख हो गई है उन्हें तत्काल मुआवजा देकर राहत प्रदान करनी चाहिए। जिससे वे अपनी जलकर नष्ट हुई दुकानों को फिर से खड़ा कर सकें और अपना तथा अपने परिवार का पेट पालने का मुश्किलों भरा सफर फिर शुरू कर सकें।