ये क्या! राहुल गांधी के स्वागत वाले महबूबा मुफ्ती के पोस्टर में सिर्फ कश्मीर, तिरंगा क्यों नहीं?
(शशि कोन्हेर) : क्या 2024 की जंग के लिए राहुल गांधी को मोदी विरोध में तिरंगा विरोधी भी पसंद है। क्या मोदी को हराने के लिए राहुल कुछ भी कर लेंगे? दरअसल राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा कल जम्मू कश्मीर में पहुंचने वाली है। 31 जनवरी को राहुल की यात्रा का समापन श्रीनगर में होगा। राहुल की यात्रा के जम्मू कश्मीर में पहुंचने से पहले ही महबूबा मुफ्ती ने स्वागत की तैयारी कर ली है।
महबूबा मुफ्ती ने राहुल की इस यात्रा के लिए पोस्टर जारी किया है। लेकिन इस पोस्टर में सिर्फ कश्मीर का नक्शा है। ना तो इसमें भारत का मानचित्र है और ना ही तिरंगा है। इस पोस्टर के सामने आने के बाद कई सवाल उठ रहे हैं। क्या जानबूझकर तिरंगा विरोधी महबूबा ने इस पोस्टर में तिरंगा नहीं लगाया? सवाल ये भी है कि क्या यात्रा के दौरान महबूबा मुफ्ती राहुल के साथ तिरंगा थामेंगी या नहीं।
सवाल उठ रहे हैं कि राहुल गांधी भारत जोड़ने की बात कर रहे हैं लेकिन क्या राहुल गांधी को मोदी विरोध के लिए तिरंगा विरोधी लोगों का साथ पसंद है। क्या राहुल गांधी बार-बार पाकिस्तान की वकालत करने वाले लोगों के साथ से भारत जोड़ पाएंगे।
आज महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर बयान दिया, महबूबा ने भारत के पीएम पर सवाल उठाए और हर बार की तरह इस बार भी पाकिस्तान और वहां के प्रधानमंत्री की तारीफ की। इतना ही नहीं पाकिस्तान की तारीफ करने वाली महबूबा मुफ्ती ने भारत सरकार को जम्मू कश्मीर को लेकर धमकी भी दी और कहा कि सरकार कश्मीर के लोगों के धैर्य की परीक्षा ले रही है।
एक तरफ बीजेपी ने 2024 का एजेंडा सेट कर लिया है बीजेपी कार्यकारिणी की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने पूरी रणनीति तय कर ली है कि कैसे 2024 में प्रचंड जीत हासिल करनी है। कैसे सबको साथ लेकर चलना है।
वहीं राहुल गांधी भी भारत जोड़ो यात्रा के जरिए 2024 को साधने में लगे हुए है। कांग्रेस की इस यात्रा के समापन पर जोरदार तैयारी है। कांग्रेस अध्यक्ष ने हाल ही में तमाम विपक्षी दलों के नेताओं को चिट्ठी लिखी है और यात्रा के समापन समारोह में शामिल होने की बात कही है। हालांकि विपक्ष के तमाम वो नेता भी हैं जिन्हें इस यात्रा के समापन समारोह में बुलाया नहीं गया है।