कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री का यह कैसा बयान…? हिंदू हूं लेकिन हिंदुत्व का विरोधी हूं..
(शशि कोन्हेर) : कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने शुक्रवार (6 जनवरी) को हिंदुत्व को लेकर जो बयान दिया है, उसका अर्थ उन्हीं से पूछना चाहिए। हिंदुत्व को लेकर कांग्रेस नेताओं के द्वारा बीच-बीच में दिए जा रहे बयान से पार्टी को कितना नुकसान हो रहा है इसका कोई आकलन नहीं करता।
अब सिद्धारा मैया को ही लीजिए। उन्होंने कहा कि मैं हिंदू हूं लेकिन हिंदुत्व का विरोधी हूं । जरा बताइए इसका आप क्या मतलब निकालेंगे। सिद्धारमैया ने कहा कि राम मंदिर का विरोध उन्होंने नहीं किया। बल्कि उन्होंने कर्नाटक के कई गांवों में राम मंदिर का निर्माण करवाया है।
“राम मंदिर का राजनीतिक लाभ लेने वालों का विरोधी हूं”:
सिद्धारमैया ने कहा कि मेरा विरोध हिंदुत्व को लेकर है। राम मंदिर को जरिया बनाकर जो इसका राजनीतिक फायदा लेते हैं, मैं उसके विरोध में हूं। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि क्या कभी हमने राममंदिर का विरोध किया। हमारा ऐतराज तो बस राम के नाम का इस्तेमाल राजनीतिक फायदे के लिए करने पर है।
सिद्धारमैया ने आरोप लगाया कि भाजपा राजनीतिक फायदे के लिए राम मंदिर का उपयोग कर रही है। बता दें कि कांग्रेस नेता ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि भारतीय संविधान में सभी धर्म एक समान हैं। दरअसल सिद्धारमैया ने यह बयान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उस आरोप पर दिया, जिसमें बीजेपी ने उन्हें हिंदू विरोधी कहा था।