जब कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन संयुक्त सचिव विजय जांगिड़ ने राकेश शर्मा के बहाने सभी को दिया संदेश…..कांग्रेस में रहना है तो अनुशासन में रहना पड़ेगा
(दिलीप जगवानी के साथ जय साहू) : बिलासपुर – काँग्रेस भवन मे माहौल गर्म हो गया जब काँग्रेस उपाध्यक्ष ने ऊंची आवाज मे उपेक्षा का आरोप लगाया, बैठक ले रहे राष्ट्रीय संगठन संयुक्त सचिव विजय जांगिड़ के समक्ष उन्होंने संगठन मे वरिष्ठता का मुद्दा उठाया. इस पर श्री जांगिड़ ने राकेश शर्मा को अनुशासन मे रहने हिदायत दी.
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संयुक्त सचिव और छत्तीसगढ़ के सह प्रभारी विजय जांगिड़ संगठन की बैठक लेने सोमवार को यहां आए हुए थे. जैसा कि होता है कार्यक्रम के शुरुआती दौर में जिला और शहर अध्यक्ष के बाद दो दर्जन से ज्यादा संगठन के पदाधिकारियों जनप्रतिनिधि विधायक, पूर्व विधायक पूर्व उम्मीदवार समेत प्रदेश व जिले के पदाधिकारियों ने श्री जांगिड़ का स्वागत किया. य़ह बिता इसके बाद पार्टी के इन नेताओं को बोलने का अवसर भी दिया. य़ह वाकया देख रहे पिछली पंक्ति मे कार्यकर्ताओं के बीच बैठे शहर काँग्रेस के उपाध्यक्ष राकेश शर्मा अपनी जगह से उठ खड़े हुए. इतना ही नहीं उन्होंने संगठन के नेताओं पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए बैठक में उचित सम्मान नहीं दिए जाने का आरोप लगाया शर्मा ने ऊंची आवाज में अपनी बात रखनी चाहिए तब शहर अध्यक्ष विजय पांडे ने उन्हें प्रोटोकॉल का हवाला देते हुए शांत रहने कहा लेकिन कार्यक्रम के अंतिम दौर मे पहुंचकर बेसब्र हुए शहर उपाध्यक्ष ने तल्ख लहजे में कुर्सी की लालसा राष्ट्रीय पदाधिकारियों के पास बैठने और पार्टी के वरिष्ठ सदस्यों का अपमान करने का आरोप लगाया.
संयुक्त सचिव श्री जांगिड़ के बोलने का वक्त हो चुका था और बैठक को गरमाया देख उन्होंने नाराज होते हुए पार्टी की मर्यादा भंग नहीं करने और अनुशासन मे रहने कहा. अब तक राकेश शर्मा फिर उठ खड़े हुए और उसी तरह सवाल करते हुए राष्ट्रीय नेता से शिकायत की. लेकिन बात रखने का उनका तरीका अच्छा नहीं लगा जिस पर विजय जांगिड़ ने अपना लहजा कड़ा करते हुए कह दिया काँग्रेस मे रहना हैं तो अनुशासन मे रहना होगा पार्टी के नियम प्रोटोकॉल फॉलो करना पड़ेगा।
इसके बाद बात आगे बढ़ाते हुए बैठक के मुद्दे पर श्री जांगिड़ ने कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों को संबोधित किया लेकिन बैठक के बाद राकेश शर्मा की आपत्ति पर कांग्रेसियों में सुगबुगाहट होने लगी।